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Haryana News : विधायकों को मकान व कार के लिए एक करोड़ तक का ऋण

बजट सत्र के आखिरी दिन ‘माननीयों’ पर सैनी सरकार मेहरबान

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दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 28 मार्च

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हरियाणा के ‘माननीयों’ पर प्रदेश की नायब सरकार बजट सत्र के आखिरी दिन मेहरबान रही। बढ़ती हुई महंगाई के नाम पर विधायकों को मकान व कार लोन की राशि में 20 लाख रुपये का इजाफा किया है। इतना ही नहीं, इस राशि को मर्ज कर एक करोड़ किया है और यह विधायकों की मर्जी पर छोड़ा है कि वे एक करोड़ का ऋण केवल मकान के लिए भी ले सकते हैं या फिर गाड़ी और मकान दोनों के लिए अलग-अलग भी।

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वहीं दूसरी ओर, पूर्व विधायक की मृत्यु पर फेमिली पेंशन लाभार्थियों को मुफ्त मेडिकल सुविधा देने का निर्णय भी सरकार ने लिया है। इस संदर्भ में संसदीय कार्य मामले मंत्री महिपाल सिंह ढांडा की ओर से दो अलग-अलग विधेयक शुक्रवार को विधानसभा में पेश किए गए। अहम बात यह है कि पूर्व में इन विधेयकों को लेकर कोई चर्चा नहीं थी। ये दोनों ही विधेयक अचानक से लाए गए हैं। विधायकों ने सर्वसम्मति से दोनों विधेयक सदन में पारित कर दिए।

अभी तक विधायकों को मकान के लिए 60 लाख रुपये और गाड़ी के लिए 20 लाख रुपये का लोन मिलता था। विधायकों को 4 प्रतिशत ब्याज दर पर लोन सुविधा विधानसभा की ओर से दी जाती है। सरकार ने अब मकान और गाड़ी के लोन को आपस में मर्ज करके इसकी लिमिट एक करोड़ रुपये कर दी है। अब यह विधायक की मर्जी है कि वह एक करोड़ रुपये का लोन मकान के लिए ले या फिर इसके पार्ट में दोनों सुविधाओं (मकान व कार) के लिए ले।

वहीं दूसरी ओर, पूर्व विधायकों के परिवार को बड़ी राहत देते हुए सरकार ने फेमिली पेंशनरों को तोहफा दिया है। पूर्व विधायकों को पेंशन के साथ-साथ सरकार की ओर से मुफ्त मेडिकल सुविधा दी जाती है। पूर्व विधायक के निधन के बाद उनके आश्रित पति/पत्नी को फेमिली पेंशन मिलती है। लेकिन फेमिली पेंशन के लाभार्थियों को मेडिकल सुविधा नहीं मिलती थी। कानून में संशोधन के बाद अब फेमिली पेंशन लेने वालों को चिकित्सा सुविधा भी मिल सकेगी।

12 दिन चले बजट सत्र में 60 घंटे चर्चा : नायब

बजट सत्र के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रचनात्मक सुझावों के लिए सभी विधायकों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि 12 दिन चले सत्र में कुल 13 बैठकें आयोजित हुई और सदस्यों द्वारा 60 घंटे चर्चा की गई। बजट प्रस्तावों पर ही सदन में 8 घंटे 26 मिनट विचार-मंथन हुआ। इसमें विपक्ष की ओर से 23 सदस्यों द्वारा 4 घंटे 36 मिनट अपने विचार रखे गए। सत्तापक्ष की ओर से 21 विधायक 3 घंटे 35 मिनट बोले। साथ ही दो निर्दलीय विधायकों ने भी 15 मिनट बजट पर अपने विचार रखे। सीएम ने कहा कि 2 लाख 5 हजार 17 करोड़ रुपये राशि के बजट की एक-एक पाई हरियाणा प्रदेश की जनता की भलाई के लिए खर्च की जाएगी।

11 के अंक का विशेष महत्व सैनी ने सदन को संसदीय प्रणालियों के अनुरूप चलाने और सभी सदस्यों को अपनी बात रखने का अवसर देने के लिए विधानसभा अध्यक्ष का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में 11 के अंक का विशेष महत्व है। यह सुखद संयोग है कि ये हमारी सरकार का 11वां वर्ष है। मुझे 11वां बजट प्रस्तुत करने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने कहा कि 7 मार्च को बजट सत्र का आरंभ हुआ था और 11वें दिन यानी 17 मार्च को हरियाणा के विकास को गति देने वाले बजट प्रस्तुत किया।

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