Haryana News : CM सैनी बोले- कुरुक्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत व धरोहर को विश्व में फैलाने का फोकस रखकर काम कर रही सरकार
पिपली (कुरुक्षेत्र) (निस/पंकज अरोड़ा) 20 अप्रैल।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत व धरोहर को विश्व के हर कोने तक फैलाने पर फोकस रखकर सरकार काम कर रही है। इसी पावन धरा पर भगवान श्रीकृष्ण ने हजारों वर्ष पूर्व पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश दिए थे। इन उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
सैनी रविवार को कुरुक्षेत्र ब्रह्मसरोवर आरती स्थल पर जिला प्रशासन व कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले सैनी, हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण व पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने विभिन्न देशों से आए शिष्टमंडल के सदस्यों को अंगवस्त्र व भगवान श्री कृष्ण के विराट स्वरूप की तस्वीर भेंट कर सम्मानित किया। इसके बाद महाआरती की और प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना भी की है। इस कार्यक्रम के उपरांत मुख्यमंत्री ने शिष्टमंडल के साथ गीता स्थली ज्योतिसर का अवलोकन किया और लाइट एंड साउंड शो भी देखा।
सैनी ने कहा कि 36वें अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के 13 देशों के 27 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने कुरुक्षेत्र के पर्यटन स्थलों का अवलोकन किया। यह शिष्टमंडल पिछले 4 दिन से हरियाणा के अलग-अलग स्थानों का भ्रमण कर रहा है। इसने हरियाणा विधानसभा, पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट का अवलोकन किया है। उन्होंने स्वयं भी हरियाणा के सभी अहम विषयों पर बातचीत की है। यह शिष्टमंडल निश्चित ही अपने-अपने देशों में जाकर हरियाणा की संस्कृति व सांस्कृतिक धरोहर के अहम लम्हों को पहुंचाएगा।
इससे हरियाणा के पर्यटन की अपार संभावनाओं को भी बल मिलेगा। शिष्टमंडल ने पवित्र ग्रंथ गीता की धरा पर महाआरती भी की है। इस पावन धरा पर शिष्ट मंडल के सदस्यों का स्वागत करने के लिए पहुंचे है। इस ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर पहुंचे शिष्टमंडल के सदस्यों को कुरुक्षेत्र के साथ-साथ पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों से आत्मसात करने का अवसर मिला है। शिष्टमंडल अपने-अपने देशों में कुरुक्षेत्र ब्रह्मसरोवर और पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को पहुंचाने का काम करेगा।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में तेज आंधी से जो नुकसान हुआ है, उसका आंकलन करने के दो दिन पहले ही अधिकारियों को आदेश जारी कर दिए गए है। इसके साथ ही अधिकारियों को तुरंत रिपोर्ट सौंपने और आगजनी के कारणों का पता लगाने के लिए कहा है। इस रिपोर्ट के बाद ही सरकार अपना फैसला लेगी। इस मौके पर केडीबी के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।
एडीसी सोनू भट्ट, एसपी वरुण सिंगला, केडीबी मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, बोर्ड के उपाध्यक्ष घुमन सिंह किरमच, प्रोटोकॉल अधिकारी संजीव शर्मा, जिला अध्यक्ष तजिंद्र सिंह गोल्डी, केडीबी सदस्य अशोक रोशा, डा. ऋषि पाल मथाना, विजय नरूला, प्राधिकरण सदस्य सौरभ चौधरी उपस्थित थे।