Haryana News: फसल नुकसान पर भाकियू व प्रशासन आमने सामने, डीसी की रिपोर्ट में नुकसान नहीं
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 5 मार्च
Haryana News: पिछले दिनों ओलावृष्टि व बारिश से फसलों को हुए नुकसान के मुद्दे पर कुरुक्षेत्र जिले में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) और जिला प्रशासन आमने-सामने आ गए हैं। सरकार ने नुकसान को लेकर सभी जिला उपायुक्तों से रिपोर्ट मांगी थी। एफसीआर तथा राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को कुरुक्षेत्र डीसी की ओर से भेजी गई रिपोर्ट में कहा गया कि कुरुक्षेत्र की छह तहसीलों व उप-तहसीलों के अंतर्गत आने वाले गांवों में कोई नुकसान नहीं हुआ।
दरअसल, 28 फरवरी और पहली मार्च को हुई बारिश व ओलावृष्टि से प्रदेश के कई जिलों में फसलें खराब हुई हैं। कई जगहों पर 100 प्रतिशत तक खराबा होने की सूचना है। कुरुक्षेत्र डीसी ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट कहा है कि इन दोनों दिनों के दौरान ओलावृष्टि व बारिश से लाडवा, पिहोवा, थानेसर व शाहबाद तहसील तथा ईस्माइलाबाद व बाबैन उप-तहसील के अंतर्गत आने वाले गांवों में रबी-2025 की फसलों को कोई नुकसान नहीं हुआ।
यह रिपोर्ट पब्लिक होते ही भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) ने कुरुक्षेत्र डीसी को पत्र लिखकर स्पष्ट तौर पर कहा है कि तहसीलदार की गलत रिपोर्ट के आधार पर डीसी ने सरकार को नुकसान नहीं होने की सूचना दी है।
भाकियू का कहना है कि शाहबाद में सबसे अधिक फसलें खराब हुई हैं। इसी तरह से कुरुक्षेत्र जिला के अन्य एरिया में भी फसलों को नुकसान पहुंचा है। भाकियू ने सरकार से ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोलने की मांग की है ताकि किसान अपनी फसलों के नुकसान की रिपोर्ट पोर्टल पर दर्ज करवा सकें।
भाकियू के मीडिया प्रभारी राकेश कुमारी बैंस ने कहा कि दाऊ माजरा, सम्बलखी, लंडी, कल्याणा, रामनगर, पट्टी काकड़ा, व पट्टी तगड़ा सहित कई गांवों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 10 मार्च तक पोर्टल पर खराबा की रिपोर्ट अपलोड करने के आदेश दिए हुए हैं। लेकिन कुरुक्षेत्र प्रशासन ने पोर्टल बंद कर दिया है। ऐसे में शाहबाद सहित दूसरे एरिया के किसान अपनी फसलों के नुकसान की रिपोर्ट पोर्टल पर नहीं कर पा रहे हैं।