Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Haryana News : ऑडिटिंग त्रुटियों से आगे बढ़कर सुधार और विकास का साधन है : दत्तात्रेय

चंडीगढ़, 27 नवंबर (ट्रिन्यू) हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मंगलवार को चौथे ऑडिट दिवस के अवसर पर आयोजित लेखा परीक्षा सप्ताह के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस कार्यक्रम में हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय चंडीगढ़ में लेखा परीक्षा सप्ताह के समापन समारोह में सम्मानित अधिकारियों के साथ। -ट्रिब्यून फोटो
Advertisement

चंडीगढ़, 27 नवंबर (ट्रिन्यू)

हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मंगलवार को चौथे ऑडिट दिवस के अवसर पर आयोजित लेखा परीक्षा सप्ताह के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस कार्यक्रम में हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण भी उपस्थित रहे। समारोह के दौरान भारतीय लेखापरीक्षा और लेखा विभाग (सीएजी) में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 16 अधिकारियों को सम्मानित किया गया, जिनमें 2 महिला अधिकारी भी शामिल हैं।

Advertisement

राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा, ‘ऑडिटिंग केवल उत्तरदायित्व तय करने का तंत्र नहीं है, बल्कि यह एक परिवर्तनकारी शक्ति है।’ उन्होंने इसे सार्वजनिक संस्थानों के कामकाज में पारदर्शिता लाने और सुधारात्मक फीडबैक प्रदान करने वाला एक महत्वपूर्ण माध्यम बताया। उन्होंने यह भी कहा कि सीएजी समय के साथ अपने दृष्टिकोण को बदलकर त्रुटियों की पहचान से आगे बढ़कर प्रणालीगत सुधार और विकास की दिशा में काम कर रहा है। राज्यपाल ने कहा कि डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसी राष्ट्रीय पहलों को पारदर्शी और प्रभावी बनाने में सीएजी का महत्वपूर्ण योगदान है।

Advertisement

तकनीकी प्रगति पर जोर

राज्यपाल ने भारतीय लेखापरीक्षा और लेखा विभाग की सराहना करते हुए कहा कि सीएजी ने अपनी कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), बिग डेटा एनालिटिक्स और भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) जैसी तकनीकों को अपनाया है। उन्होंने बताया कि एआई आधारित उपकरण बड़े डेटा सेट्स में विसंगतियों का पता लगाकर समय पर और सटीक मूल्यांकन में मदद कर रहे हैं। यह तकनीकी प्रगति पर्यावरणीय स्थिरता और साइबर सुरक्षा जैसे जटिल मुद्दों को हल करने में सहायक हो रही है और भारत की संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजीएस) के प्रति प्रतिबद्धता को भी मजबूत करती है।

Advertisement
×