Haryana News: अहीरवाल का नारनौल बना आयुर्वेद शिक्षा का नया सेंटर, BAMS सीटें 30 से बढ़कर 63 हुई
Haryana News: हरियाणा के महेंद्रगढ़ ज़िले का नारनौल अब आयुर्वेद शिक्षा का नया गढ़ बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। बाबा खेतानाथ राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल ने इस साल बीएएमएस (बैचलर ऑफ़ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) की सीटों की संख्या को दोगुना से भी ज्यादा बढ़ाकर 63 कर दिया है। यह विस्तार राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा पद्धति आयोग से मंजूरी मिलने के बाद संभव हुआ है।
स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री आरती सिंह राव ने बृहस्पतिवार को यहां कहा कि सरकार का उद्देश्य आयुर्वेद को न सिर्फ राष्ट्रीय, बल्कि वैश्विक स्तर पर एक मज़बूत और भरोसेमंद चिकित्सा पद्धति के रूप में स्थापित करना है। उन्होंने कहा - हम चाहते हैं कि हमारे कॉलेज से ऐसे चिकित्सक और शोधकर्ता निकलें जो आयुर्वेद को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएं।
मार्च 2025 में जब कॉलेज की सीटों में विस्तार की संभावना पर सवाल उठे, तो मंत्री के हस्तक्षेप से महज़ चार दिन में 41 नए एसोसिएट और असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्त किए गए। यह रणनीतिक कदम कॉलेज को एनसीआईएसएम की कठोर शैक्षणिक और ढांचागत मानकों पर खरा उतरने में मददगार साबित हुआ। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि कॉलेज में बीएएमएस की सीटें अगले चरण में 100 तक बढ़ाई जाएंगी। इसके लिए शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया तेज कर दी है।
नवंबर 2024 में हरियाणा लोक सेवा आयोग ने एसोसिएट प्रोफेसर के 14 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था और जल्द ही प्रोफेसर व लेक्चरर पदों के लिए भी भर्ती शुरू होगी। आरती राव ने कहा कि बीएएमएस सीटों में यह विस्तार न केवल युवाओं को करियर के नए अवसर देगा, बल्कि हरियाणा को पारंपरिक चिकित्सा का हब बनाने में भी अहम भूमिका निभाएगा। आयुर्वेद में शिक्षा और शोध की बढ़ती संभावनाएं राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को भी मज़बूत बनाएंगी।