Haryana News 10 साल में हरियाणा में हेट स्पीच के 297 मामले दर्ज
नफरती बयानबाजी में नूंह और गुरुग्राम जिला सबसे आगे
सिरसा, डबवाली, दादरी व जीआरपी में एक भी मामला नहीं
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 12 मार्च
हरियाणा में हेट स्पीच (नफरती बयानबाजी) के 297 से अधिक मामले पिछले दस वर्षों में सामने आए हैं। इस मामले में नूंह और गुरुग्राम जिला सबसे आगे है। सिरसा, डबवाली (पुलिस जिला), चरखी दादरी और जीआरपी (रेलवे पुलिस) इस मामले में सबसे बेहतर है। यहां नफरत फैलाने वाले भाषणों का कोई मामला इस अवधि में दर्ज नहीं हुआ। नूंह में 46 और गुरुग्राम में हेट स्पीच के 40 मामले दस वर्षों में दर्ज हुए हैं।
हेट स्पीच के मामलों में पुलिस ने 472 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इतना ही नहीं, 502 सोश मीडिया हेंडल को इंटरनेट से हटाया गया। नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की ओर से सदन में यह रिपोर्ट रखी गई। यहां बता दें कि पिछले वर्ष नूंह में हिंसा भी हुई थी। यह हिंसा भी हेट स्पीच की वजह से घटी। इस मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए कई आरोपियों को गिरफ्तार भी किया।
हरियाणा में मामलों का जिलेवार विश्लेषण: कहां सतर्कता की जरूरत, कहां राहत?
टॉप अलर्ट ज़ोन – सबसे ज्यादा प्रभावित जिले
1. मेवात (46 मामले) – हरियाणा का सबसे प्रभावित जिला, तत्काल सख्त कदम जरूरी।
2. गुरुग्राम (40 मामले) – उच्च शहरी जनसंख्या के कारण तेजी से बढ़ते केस।
3. यमुनानगर (27 मामले) – लगातार बढ़ते मामलों से चिंता की स्थिति।
मध्यम जोखिम वाले जिले – स्थिति नियंत्रण में, पर सतर्कता जरूरी
रोहतक (24), फरीदाबाद (22), पलवल (19), भिवानी (14), झज्जर (11), हांसी (12) – इन जिलों में मामले मध्यम स्तर पर, लेकिन स्थिति बिगड़ सकती है अगर सतर्कता में ढिलाई हुई।
कम प्रभावित जिले – अभी तक राहत, पर निगरानी बनी रहे
फतेहाबाद (02 मामले) – हरियाणा में सबसे कम प्रभावित जिला!
करनाल (04), कुरुक्षेत्र (05), पंचकूला (05), सोनीपत (06), पानीपत (07), अंबाला (08), हिसार (09), जींद (09), कैथल (10), नारनौल (10) – अभी खतरा कम, लेकिन सतर्क रहना जरूरी।