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Haryana Ministers Portfolio: कैबिनेट के मंत्रियों में हुआ विभागों का आवंटन, सीएम सबसे पावरफुल

सबसे वरिष्ठ मंत्री अनिल विज की बजाय ढांडा बने संसदीय मामले मंत्री

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    1. गृह व वित्त मंत्रालय सीएम ने अपने पास रखा, मनोहर सरकार में विज थे गृह मंत्री
    2. विज को मिली पावर, ट्रांसपोर्ट और लेबर मंत्रालयों की जिम्मेदारी
    3. राव नरबीर सिंह उद्योग मंत्री, विपुल गोयल के राजस्व एवं स्थानीय निकाय
    4. कृष्ण लाल पंवार विकास एवं पंचायत के साथ माइनिंग संभालेंगे
    5. आरती सिंह राव राज्य की स्वास्थ्य तो श्रुति चौधरी बनीं सिंचाई मंत्री

ट्रिब्यून न्यूज सर्विस

चंडीगढ़, 21 अक्तूबर

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Haryana Ministers Portfolio: हरियाणा में लगातार तीसरी बार सत्ता में आई भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने प्रभाव को बढ़ाया है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दूसरे कार्यकाल के दौरान सैनी के पास विभागों की संख्या कम थी, क्योंकि गठबंधन सरकार में कई महत्वपूर्ण मंत्रालय डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के पास थे। 8 अक्टूबर को चुनावी परिणामों के बाद, 17 अक्टूबर को नायब सरकार का गठन हुआ, और रविवार रात को मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद द्वारा मंत्रियों के विभागों की अलॉटमेंट से संबंधित नोटिफिकेशन जारी किया गया।

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संसदीय कार्य मामलों की जिम्मेदारी

आमतौर पर, संसदीय कार्य मामलों का मंत्रालय सरकार में सबसे वरिष्ठ मंत्री को सौंपा जाता है। नायब सरकार में सबसे वरिष्ठ मंत्री अनिल विज हैं, जो सातवीं बार विधायक बने हैं और मनोहर सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में भी महत्वपूर्ण कैबिनेट मंत्री रहे हैं। मनोहर सरकार के पहले कार्यकाल में शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा इस जिम्मेदारी को निभाते थे, जबकि दूसरे कार्यकाल में शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर को यह मंत्रालय सौंपा गया था।

नए मंत्रालयों का बंटवारा

नायब सरकार के पहले कार्यकाल में कंवर पाल गुर्जर को संसदीय कार्य मामलों का मंत्री बनाया गया था। इस बार, पानीपत ग्रामीण से लगातार तीन बार के विधायक महिपाल सिंह ढांडा को यह जिम्मेदारी दी गई है। महिपाल ढांडा हरियाणा के शिक्षा मंत्री (स्कूल एवं उच्च शिक्षा) होंगे, और उन्हें अभिलेखागार विभाग भी सौंपा गया है।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गृह मंत्रालय को अपने पास रखा है। मनोहर लाल के दूसरे कार्यकाल में अनिल विज राज्य के गृह मंत्री थे। सैनी ने केंद्रीय नेतृत्व से विचार-विमर्श करने के बाद मंत्रियों के विभागों का बंटवारा किया है, और वह प्रदेश के वित्त मंत्री भी होंगे। मनोहर लाल के पहले कार्यकाल में कैप्टन अभिमन्यु वित्त मंत्री थे, लेकिन दूसरे कार्यकाल में मनोहर लाल ने वित्त मंत्रालय अपने पास ही रखा।

सीएम के पास कई महत्वपूर्ण विभाग

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के पास वित्त मंत्रालय होने का लाभ यह है कि फाइलें तेजी से निकलती हैं। इस बार आबकारी एवं कराधान विभाग भी उन्होंने अपने पास रखा है, जो पहले कैप्टन अभिमन्यु के पास था और दूसरे कार्यकाल में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के पास था।

इसके साथ ही, सैनी ने टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा और संस्कृति विभाग को भी अपने पास रखा है। इसके अलावा, न्याय प्रशासन, सामान्य प्रशासन, सीआईडी, हाउसिंग फॉर ऑल, कार्मिक एवं प्रशिक्षण, तथा कानून एवं विधायी विभाग भी सीएम के पास रहेंगे।

इस तरह, हर उस विभाग की जिम्मेदारी भी सीएम के पास रहेगी, जो किसी भी मंत्री को अलॉट नहीं हुआ है। नायब सिंह सैनी का यह निर्णय उन्हें हरियाणा की राजनीति में एक महत्वपूर्ण और शक्तिशाली नेता के रूप में स्थापित करता है।

यह होगा नायब सरकार का प्रारुप

अनिल विज : अम्बाला कैंट से सात बार के विधायक और मनोहर सरकार के दोनों कार्यकाल में हेवीवेट कैबिनेट मंत्री रहे अनिल विज को अब नायब सरकार में उर्जा (बिजली) मंत्री होंगे। हरियाणा के परिवहन और लेबर मंत्री भी अनिल भी होंगे।

कृष्ण लाल पंवार : चार बार के विधायक और राज्यसभा सांसद रहे कृष्ण लाल पंवार को विकास एवं पंचायत जैसा बड़ा मंत्रालय दिया है। खनन एवं भूविज्ञान भी उन्हें सौंपा गया है। 2014 से 2019 तक मनोहर सरकार में वे परिवहन तथा जेल मंत्री थे।

राव नरबीर सिंह : बादशाहपुर विधायक राव नरबीर सिंह नायब सरकार में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री होंगे। उन्हें पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव के साथ-साथ सैनिक और अर्द्ध-सैनिक विभाग भी सौंपा है। मनोहर पार्ट-। में वे राज्य के पीडब्ल्यूडी मंत्री रहे।

महिपाल सिंह ढांडा : पानीपत ग्रामीण से जीत की हैट्रिक लगाने वाले महिपाल सिंह ढांडा को शिक्षा (स्कूल एवं हॉयर) मंत्री बनाया है। अभिलेखागार के साथ-साथ संसदीय कार्य मामले मंत्री की जिम्मेदारी भी महिपाल सिंह ढांडा के पास रहेगी।

विपुल गोयल : फरीदाबाद से दूसरी बार विधायक बने विपुल गोयल को राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के साथ-साथ शहरी स्थानीय निकाय जैसा बड़ा मंत्रालय दिया है। मनोहर सरकार के पहले कार्यकाल में वे उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री थे।

डॉ. अरविंद शर्मा : चार बार के सांसद और गोहाना विधायक डॉ. अरविंद शर्मा को नायब सरकार में हेवीवेट मंत्री बने हैं। उन्हें सहकारिता विभाग के साथ-साथ, जेल, चुनाव व पर्यटन मंत्रालय सौंपा है। सोनीपत, करनाल व रोहतक से वे सांसद रहे हैं।

श्याम सिंह राणा

पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के घनिष्ठ मित्र रहे श्याम सिंह राणा नायब सरकार में कृषि मंत्री होंगे। साथ ही, उन्हें पशुपालन एवं डेयरी तथा मत्स्य पालन विभाग सौंपा है। श्याम सिंह राणा रादौर से दूसरी बार विधायक बने हैं।

रणबीर सिंह गंगवा : 2014 से 2019 तक विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रहे रणबीर सिंह गंगवा को भी हेवीवेट मंत्रालय नायब सरकार में मिले हैं। वे हरियाणा के पीडब्ल्यूडी (भवन एवं सड़कें) तथा पब्लिक हेल्थ मंत्री होंगे। दोनों ही बड़े विभाग हैं।

कृष्ण कुमार बेदी : नरवाना से विधायक बने कृष्ण कुमार बेदी नायब सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। उन्हें सामाजिक न्याय, सशक्तिकरण, एससी-बीसी कल्याण तथा अंत्योदय (सेवा) मंत्री बनाया है। 2014 में वे शाहबाद से विधायक बने थे।

श्रुति चौधरी : भिवानी-महेंद्रगढ़ से सांसद रहीं और तोशाम से विधायक बनी श्रुति चौधरी को सिंचाई मंत्री बनाया है। राज्य की महिल एवं बाल विकास मंत्री भी श्रुति होंगी। वे भूतपूर्व मुख्यमंत्री चौ. बंसीलाल की पोती हैं। पहली बार विधायक बनी हैं।

आरती सिंह राव :  पूर्व मुख्यमंत्री राव बिरेंद्र सिंह की पोती व अटेली विधायक आरती सिंह राव भी नायब सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। उन्हें स्वास्थ्य व आयुष के अलावा स्वास्थ्य चिकित्सा एवं अनुसंधान मंत्री बनाया है। वे राव इंद्रजीत सिंह की बेटी हैं।

राजेश नागर : तिगांव से लगातार दूसरी बार विधायक बने राजेश नागर नायब सरकार में स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री हैं। उन्हें खाद्य एवं आपूर्ति जैसा बड़ा विभाग दिया है। साथ ही, प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी विभाग की जिम्मेदारी भी राजेश नागर संभालेंगे।

गौरव गौतम : पलवल से पहली बार विधायक बने गौरव गौतम को नायब सरकार में सबसे युवा मंत्री हैं। उन्हें युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमशीलता तथा खेल विभग क स्वतंत्र प्रभार दिया है। कानून एवं विधायी विभाग में उन्हें मुख्यमंत्री के साथ संबद्ध है।

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