Haryana: मंत्री अरविंद शर्मा की अधिकारियों को दो टूक- यह न समझें नारनौल कोने में, तो कोई रखवाला नहीं
Haryana News: अधिकारी यह न समझें कि नारनौल कोने में है, दूर है और यहां का कोई रखवाला नहीं। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार है, जो एक-एक आदमी, एक-एक घर की सुध लेने वाली है। किसी भी विभाग के अधिकारी, कर्मचारी यदि लापरवाही बरतेंगे तो वो निश्चित तौर पर कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
शुक्रवार को आडिटोरियम, नारनौल में जिला लोक सम्पर्क एवं कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए सहकारिता, कारागार, निर्वाचन, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने परिवादियों की शिकायत सुनते हुए कई मौकों पर अधिकारियों, कर्मचारियों की खिंचाई की और लापरवाही की सूरत में कड़ी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहें।
कष्ट निवारण समिति की बैठक में अदालत परिसर के पीछे तकरीबन 200 एकड़ जमीन में छह महीने से खड़े बरसाती पानी पर किसानों का दुखड़ा सुनकर कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा को गुस्सा आ गया। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता राजेश कुमार को स्थिति स्पष्ट करने के निर्देश दिए, लेकिन वो संतुष्टिजनक जवाब नहीं दे पाए। इतने लंबे अंतराल से बरती जा रही लापरवाही पर नाराज कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार को निर्देश दिए कि सिंचाई विभाग के संबंधित एक्सईएन, एसडीओ, जेई को कारण बताओ नोटिस जारी करके जवाब मांगा जाए। एक महीने की अवधि में यदि संबंधित अधिकारी संतुष्टिजनक जवाब न दे पाएं तो उन्हें सस्पेंड किया जाएगा।
दरअसल, जलभराव की समस्या के निदान न होने के कारण न केवल किसानों की बाजरा की फसल खराब हो गई, अपितु वर्तमान में भी किसान गेंहू की बिजाई नहीं कर पा रहे। सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि जनस्वास्थ्य विभाग, बिजली निगम व नगर पालिका अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा आमजन के फोन न उठाने संबंधी शिकायतें आ रही हैं, ऐसे में सभी अधिकारी, कर्मचारी अपने व्यवहार को सुधारें व जनता के फोन उठाकर संतुष्टिजनक जवाब दें। अगर अगली बैठक में भी ऐसी समस्याएं सामने आई तो कार्रवाई की जाएगी।
 
 
             
            