जापानी कंपनियों के साथ हरियाणा के छह समझौते
प्रतिनिधिमंडल ने निवेश आकर्षित करने, प्रौद्योगिकी एवं विनिर्माण क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने और हरियाणा को वैश्विक निवेश केंद्र के रूप में प्रस्तुत करने के उद्देश्य से कई उद्योगपतियों से मुलाकात की। इस दौरान एआईएसआईएन, एयर वाटर, टैसी, नम्बू, डेंसो, सोजित्ज, निसिन, कवाकिन और टोप्पान जैसी अग्रणी कंपनियों के साथ बातचीत के बाद छह समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर हुए। मुख्यमंत्री नायब ने इन बैठकों में हरियाणा और जापान के बीच द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने पर बल दिया। उन्होंने छोटे और मध्यम उद्यमों के बीच साझेदारी को बढ़ाने का प्रस्ताव रखा। हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह भी इस दौरान उपस्थित रहे।
सीएम नायब ने शिमाने प्रीफेक्चर के गवर्नर तात्सुया मरूयामा से मुलाकात की और प्रौद्योगिकी सहयोग, नवाचार एवं संयुक्त उद्यमों की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने टोक्यो में आयोजित ‘हरियाणा–शिमाने प्रीफेक्चर रोडशो’ में भी भाग लिया। उन्होंने भारत-जापान के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि हरियाणा और शिमाने दोनों ही परंपरा, गुणवत्ता और नवाचार के प्रतीक हैं। हरियाणा में मारुति सुजुकी की स्थापना से शुरू हुआ औद्योगिक रिश्ता अब नयी ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री नायब ने जापान के विदेश मंत्रालय के राज्य मंत्री मियाजी ताकुमा से भी मुलाकात की और उन्हें अप्रैल 2026 में आयोजित होने वाले ‘हैपनिंग हरियाणा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ में ‘पार्टनर कंट्री’ के रूप में भागीदारी के लिए औपचारिक निमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने जापान के अर्थव्यवस्था, व्यापार एवं उद्योग मंत्रालय के राज्य मंत्री कोगा यूइचिरो से भी मुलाकात की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के आयुक्त एवं सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, विदेश सहयोग विभाग की आयुक्त एवं सचिव अमनीत पी. कुमार, हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम के प्रबंध निदेशक तथा उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के महानिदेशक यश गर्ग सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें
हरियाणा के प्रतिनिधिमंडल ने दौरे के पहले दिन जापान की बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधियों से बैठकें कर उन्हें निवेश के लिए आमंत्रित किया। जापान की अग्रणी इलेक्ट्रॉनिक कंपनी टीडीके कॉर्पोरेशन के साथ बैठक में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया गया। टीडीके कॉर्पोरेशन की सहायक कंपनी एटीएल बैटरी द्वारा हरियाणा में देश का सबसे बड़ा लिथियम-आयन बैटरी विनिर्माण संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। बैठक में टीडीके के अन्य पार्टनर्स को हरियाणा में एक व्यापक इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण इकोसिस्टम स्थापित करने के लिए निवेश करने हेतु प्रोत्साहित किया गया। मुख्यमंत्री ने टीडीके कॉर्पोरेशन को हरियाणा सरकार की नीतियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने राज्य में औद्योगिक विकास को गति देने के लिए ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ का एक इको-सिस्टम तैयार किया है। इसके तहत उद्योगों को सभी प्रकार के एनओसी एवं अनुमोदन सिंगल-विंडो प्लेटफॉर्म के माध्यम से मिलते हैं।