ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 16 फरवरी
हरियाणा की चार जेलों – अंबाला, सोनीपत, झज्जर व गुरुग्राम के जैमर अपग्रेड होंगे। यहां थ्री-जी जैमर लगे हैं और इन सभी को 4जी में कन्वर्ट किया जाएगा। इतना ही नहीं, आगे इन्हें 5जी से 7जी तक अपग्रेड करने का प्रोविजन रहेगा। पूर्व की हुड्डा सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान इन जेलों में जैमर लगे थे। जेलों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल को पूरी तरह से रोकने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।
प्रदेश की कुछ जेलों में अभी भी मोबाइल फोन बरामद होने की घटनाएं सामने आ रही हैं। बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में सीएम मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में होने वाली हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में इस बारे फैसला होगा। बैठक में जेल मंत्री चौ़ रणजीत सिंह, होम सेक्रेटरी राजीव अरोड़ा, जेल महानिदेशक मोहम्मद अकील के अलावा कई अन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे। कुछ दूसरे विभागों की परचेज को लेकर भी बैठक में निर्णय लिया जाएगा।
वर्तमान में सोनीपत जेल में 5, दुलीना (झज्जर) में 7 तथा भौंडसी (गुरुग्राम) व सेंट्रल जेल अंबाला में एक-एक जैमर लगा हुआ है। ये थ्री-जी जैमर हैं और इन्हें 4जी में अपग्रेड किया जाएगा। केंद्र सरकार के दो सरकारी उपक्रमों – भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड तथा ईसीआईएल को ही जैमर के लिए अधिकृत किया हुआ है। ऐसे में बैठक में इन दोनों कंपनियों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे। बैठक में मोल-भाव के बाद एल-1 वाली कंपनी को इस काम का जिम्मा सौंपा जाएगा।
ये सभी यूनिवर्सल जैमर होंगे, जिन्हें भविष्य में 5जी से 7जी तक अपग्रेड किया जा सकेगा। जैमर लगाने के लिए राज्य सरकार को केंद्र के कैबिनेट सेक्रेटरी से परमिशन लेनी होती है। कैबिनेट सेक्रेटरी की परमिशन के बाद ही जैमर अपग्रेड करने का निर्णय लिया हुआ है। वहीं प्रदेश की बाकी सभी जेलों में 4जी जैमर लगाने की भी प्लानिंग विभाग कर रहा है। इसके लिए प्रपोजल बनाया जा रहा है। जेल मंत्री के माध्यम से यह प्रपोजल मंजूरी के लिए सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) में जाएगा।
प्रदेश की सभी जेलों में 100 के लगभग जैमर लगाने की योजना है। बाकी जेलों का काम चरणबद्ध तरीके से होगा। एक जैमर को अपग्रेड करने पर लगभग 40 लाख रुपये खर्चा आता है। पहले चरण में गुरुग्राम और रोहतक की जेलों को जैमर से लैस किया जाएगा। एक जैमर पर लगभग एक करोड़ रुपये की लागत आती है। जैमर लगने के बाद पूरे जेल कैम्पस के अलावा आसपास के एरिया में भी मोबाइल की रेंज नहीं आती।
तीन जिलों में बनेंगी नई जेल
नूंह जेल की शुरूआत के बाद प्रदेश में जेलों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। हिसार में दो जेल हैं, जबकि फतेहाबाद, चरखी दादरी व पंचकूला में जेल बनाई जाएगी। इन जिलों में अभी तक जेल नहीं है। सीएम ने तीनों जिलों में जेल के लिए जमीन चयनित करने के आदेश विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। जमीन का फैसला होने के बाद ही सरकार इस दिशा में कदम उठाएगी।
क्या कहते हैं जेल मंत्री
जेल मंत्री चौ़ रणजीत सिंह ने बताया कि जेलों में लगे जैमर को अपग्रेड किया जाएगा। बृहस्पतिवार को इस बाबत मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में होने वाली हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में निर्णय होगा। पंचकूला, चरखी दादरी व फतेहाबाद में भी जेल बनाने के लिए सीएम ने सहमति दे दी है। इसके लिए जल्द कदम उठाए जाएंगे।