हरियाणा पर Rs. 3 लाख 17 हजार 982 करोड़ का कर्जा, सुरजेवाला ने सरकार को घेरा
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 5 मार्च
Debt on Haryana: हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने से पहले ही कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा की नायब सरकार पर हमला बोला है। उनका कहना है कि प्रदेश के आर्थिक हालात वित्तीय आपातकाल जैसे हो गए हैं। बजट का एक तिहाई हिस्सा केवल कर्ज का मूल और ब्याज चुकाने में ही जा रहा है।
बुधवार को चंडीगढ़ से जारी एक बयान में सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा की नीति कर्ज लो ओर घी पियो वाली है। प्रदेश का सालाना बजट 1 लाख 89 हजार करोड़ रुपये के लगभग है। वहीं इस समय राज्य पर 3 लाख 17 हजार 982 करोड़ रुपये से अधिक का कर्जा है। हर साल कर्ज के मूल और ब्याज के लिए ही 60 हजार करोड़ रुपये देने पड़ते हैं। यानी बजट का तीसरी हिस्सा मूल और ब्याज में जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस साल भी सरकार हजारों करोड़ रुपये का कर्जा लेगी। पिछले बजटों का जिक्र करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि हर साल होने वाले कामों के लिए बजट का 35 प्रतिशत तो कर्ज लेना पड़ता है। उन्होंने कहा कि खुद मोदी सरकार के नीति आयोग ने फिस्कल हेल्थ इंडेक्स-2025 जारी कर वित्तीय प्रबंधन व आर्थिक कुशलता में 18 राज्यों में हरियाणा को 14वें नंबर पर बताया है।
हरियाणा आज के दिन उत्तर प्रदेश से भी पीछे है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि किसी भी राज्य में तरक्की के काम पूंजीगत खर्च यानी केपिटल एक्सपेंडिचर से किए जा सकते हैं। हरियाण में केपिटल एक्सपेंडिचर जीएसडीपी का मात्र 1.4 प्रतिशत है। वहीं सरकार बजट में दावा करती है कि वह बजट का 30 प्रतिशत केपिटल एक्सपेंडिचर पर खर्च करेगी। असलियत यह है कि बजट का केवल 9 प्रतिशत ही केपिटल एक्सपेंडिचर के लिए बचता है।