चंडीगढ़, 15 मई (ट्रिन्यू)
प्रदेश की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार अपने लिए नया ‘उड़नखटोला’ लेगी। इसके लिए फैसला हो चुका है। विगत दिवस चंडीगढ़ में सीएम मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में हुई हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में इस पर चर्चा भी हो चुकी है। केंद्र सरकार ने हेलीकॉप्टर को लेकर नये मानदंड तय किए हैं। ऐसे में इस बैठक में खरीद पर निर्णय नहीं हो पाया। हेलीकॉप्टर बनाने वाली कंपनियों को सेफ्टी फीचर्स बढ़ाकर नये सिरे से प्रस्ताव देने को कहा गया है।
नये हेलीकॉप्टर की कीमत लगभग 75 करोड़ रुपए होगी। इस पर केंद्र द्वारा निर्धारित दरों के हिसाब से टैक्स अलग से लगेगा। हालांकि केंद्र ने हेलीकॉप्टर को लग्जरी सेवाओं में नहीं रखा है। इसे ट्रांसपोर्ट कैटेगरी में रखा है। ऐसे में इस पर टैक्स की दरें कम होंगी। वर्तमान में सरकार के पास एक सरकारी प्लेन के अलावा हेलीकॉप्टर है। प्लेन की खरीद खट्टर सरकार ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान की थी। हेलीकॉप्टर पूर्व की हुड्डा सरकार के समय खरीदा गया था। बताते हैं कि यह हेलीकॉप्टर अपने घंटे पूरे कर चुके हैं। दरअसल, गाड़ियों की तरह हेलीकॉप्टर के चलने की भी लाइफ तय है। ऐसे में पुराने की जगह नया हेलीकॉप्टर लेने का निर्णय लिया गया। कई राज्यों की कंपनियों ने हेलीकॉप्टर के लिए सरकार द्वारा जारी किए टेंडर में भागीदारी की थी। हाई पावर परचेज कमेटी ने कंपनियों के साथ चर्चा भी हुई लेकिन सेफ्टी फीचर्स केंद्र की नई गाइड लाइन के अनुसार नहीं होने पर, इस एजेंडे को अगली बैठक के लिए टाल दिया गया।
‘सरकार नया हेलीकॉप्टर खरीदने का विचार कर रही है। हाल ही में हुई हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में भी इस पर चर्चा हुई थी लेकिन फैसला नहीं हो पाया। केंद्र सरकार ने नये सेफ्टी मानदंड तय किए हैं। ऐसे में नई गाइड लाइन के हिसब से ही हेलीकॉप्टर की खरीद होगी।’
-दुष्यंत चौटाला, उपमुख्यमंत्री