Haryana Congress politics हार के कारणों का उम्मीदवारों ने खोला राज, गुटबाजी को बताया जिम्मेदार
चंडीगढ़, 25 मार्च (ट्रिन्यू)
हरियाणा कांग्रेस में संगठन को मजबूत करने की कवायद तेज हो गई है। प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद, सह प्रभारी जितेंद्र बघेल और प्रफुल्ल गुडधे ने मंगलवार को चंडीगढ़ में लोकसभा और विधानसभा चुनाव हारे उम्मीदवारों से मुलाकात कर हार के कारणों पर फीडबैक लिया। बैठक में कांग्रेस नेताओं ने चुनावी हार के लिए पार्टी की गुटबाजी को सबसे बड़ा कारण बताया और नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन को लेकर अपने सुझाव दिए।
कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश प्रभारी को अगले दो से तीन महीनों में संगठन खड़ा करने का टास्क दिया है। पार्टी बीते 11 वर्षों से बिना संगठन के काम कर रही है। कांग्रेस उम्मीदवारों ने प्रभारी के सामने न केवल अपनी हार की वजहें रखीं, बल्कि संगठन में जरूरी बदलावों पर भी सुझाव दिए।
सूत्रों के अनुसार, कई विधायकों ने कांग्रेस विधायक दल के नेता की जल्द घोषणा की मांग भी की, ताकि विधानसभा में पार्टी को मज़बूती मिले। हालांकि, कांग्रेस हाईकमान ने स्पष्ट कर दिया है कि पहले संगठन को खड़ा किया जाएगा, उसके बाद ही विधायक दल के नेता का फैसला होगा। इससे पहले भी बीके हरिप्रसाद और उनकी टीम हरियाणा के नेताओं से चर्चा कर चुके हैं, लेकिन पार्टी के अंदर गुटबाजी संगठन खड़ा करने में सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है। मंगलवार को कांग्रेस कार्यालय में पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी, मेवा सिंह, जगबीर मलिक, रामनिवास घोडेला, एमएल रंगा, अमित सिहाग और अनिरुद्ध चौधरी समेत कई नेताओं ने प्रभारी से मुलाकात की। बुधवार को भी कांग्रेस प्रभारी और सह प्रभारी चंडीगढ़ में रहेंगे। इस दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं से भी बैठक हो सकती है, जिससे संगठन को लेकर अंतिम राय बनाई जा सके।