हरियाणा कांग्रेस का ऐलान - दो दिन जिला मुख्यालयों पर होंगे प्रदर्शन
हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या ने राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है। प्रदेश कांग्रेस ने इसे “सिस्टम की असंवेदनशीलता और दलित उत्पीड़न का प्रतीक मामला” बताते हुए प्रदेशव्यापी आंदोलन की घोषणा की है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र ने शनिवार को सभी जिलाध्यक्षों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि रविवार और सोमवार को हर जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें सांसद, विधायक, पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कार्यकर्ता शामिल होंगे। राव नरेंद्र ने कहा कि पूरन कुमार जैसे काबिल, ईमानदार और ऊंचे पद पर बैठे अधिकारी को अगर इंसाफ नहीं मिल सकता, तो भाजपा राज में आम दलित की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति की त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की संवेदनहीनता और जातिगत भेदभाव का आईना है। भाजपा सरकार के राज में दलितों को अपमान, अत्याचार और अन्याय के सिवा कुछ नहीं मिला। राव नरेंद्र ने कहा कि कांग्रेस अब सड़कों पर उतरकर भाजपा की दलित-विरोधी नीतियों का जवाब देगी। गौरतलब है कि सांसद एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा ने भी पार्टी नेताओं के साथ दिवंगत आईपीएस के परिवार से मुलाकात की।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मिले परिवार से
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू): हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह ने शनिवार को दिवंगत आईपीएस वाई पूरन कुमार के परिवार से मुलाकात कर सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि एक ईमानदार और निडर अधिकारी को मजबूर होकर आत्महत्या करनी पड़ी — यह पूरे सिस्टम की विफलता और दलित अधिकारियों के साथ हो रहे अन्याय की दर्दनाक मिसाल है। उन्होंने कहा कि यह मामला पूरे देश में चिंता का विषय है और न्यायप्रिय लोगों के मन में गहरा आक्रोश है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात के बाद उन्हें व्यक्तिगत रूप से इस मामले की जांच करने और परिवार को यह भरोसा दिलाने के निर्देश दिए गए हैं कि कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है और न्याय तक संघर्ष जारी रहेगा।