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बास गांव की बेटी हर्षिता मोर ने सीनियर एशियाई कुश्ती में जीता सिल्वर

नारनौंद, 21 अप्रैल (निस) गांव बास की बेटी हर्षिता मोर ने सीनियर एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर देश में गांव का नाम रोशन किया है। खिलाड़ी का गांव में पहुंचने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ कुलवंत मोर...
कुश्ती खिलाड़ी हर्षिता का गांव में पहुंचने पर स्वागत करते हुए डॉ कुलवंत मोर व अन्य।-निस
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नारनौंद, 21 अप्रैल (निस)

गांव बास की बेटी हर्षिता मोर ने सीनियर एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर देश में गांव का नाम रोशन किया है। खिलाड़ी का गांव में पहुंचने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ कुलवंत मोर सहित अन्य ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया गया। खिलाड़ी ने युवाओं से आह्वान किया कि वह भी खेलों में मेहनत करके गांव का नाम रोशन करें।

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बास गांव निवासी कुश्ती खिलाड़ी हर्षिता मोर ने बताया की सीनियर एशियन कुश्ती चैंपियनशिप किर्गिजस्तान में 11 अप्रैल से 16 अप्रैल तक आयोजित की गई। जिसमें दर्जनों देशों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। 72 किलोग्राम भार वर्ग में उसका फाइनल मुकाबला चाइना की खिलाड़ी से हुआ। उसको दो अंक के मुकाबले पांच अंको से हराकर जीत हासिल कर सिल्वर मेडल जीता। इस जीत का श्रेय उसने कोच संजीव लोहान व अपने माता-पिता को दिया। जोकि हर समय उसके साथ खड़े रहते हैं।

हर्षिता हर रोज सुबह 4 घंटे व शाम को 4 घंटे कुश्ती के अखाड़े में कड़ी मेहनत करती है।

‘ओलंपिक गोल्ड जीतना चेटी का सपना’

हर्षिता मोर के पिता सतपाल मोर ने कहा कि बेटी शुरू से ही पहलवान बनना चाहती थी। मेरा सपना है की बेटी ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर गांव व देश का नाम रोशन करें। इसके लिए लगातार अखाड़े में मेहनत कर रही है। और उसकी माता भी खाने पीने पर पूरा ध्यान रख रही है। उसको खाने में चूरमा बहुत पसंद है।

क्या कहते हैं कोच

कोच संजीव लोहान ने बताया कि हर्षिता काफी मेहनती है। वह सुबह जल्दी उठकर कुश्ती के दांव पेच सिखती है। उसकी मेहनत को देखते हुए वह एक दिन देश के लिए ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का काम करेगी।

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