कलायत, 9 अगस्त (निस)
134 ए के तहत प्राइवेट स्कूलों में छात्रों से ट्यूशन फीस वसूलने व प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए छात्रों के अभिभावकों ने उपमंडल कार्यालय के बाहर सरकार व प्रशासन के खिलाफ़ रोष प्रदर्शन किया। रोष प्रदर्शन के दौरान उन्होंने शिक्षा विभाग से प्राइवेट स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानी पर रोक लगाए जाने की मांग की। रोष प्रकट कर रहे अभिभावक बलिंद्र, धीरज, रवि कुमार, प्रदीप, राजेश, तनु, राजा राम, अरुण कुमार, जितेंद्र, विक्रम व अन्य ने बताया कि सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा आर्थिक तौर पर कमजोर परिवारों के बच्चों को निजी स्कूलों में शिक्षा प्रदान करवाने के लिए 134ए का नियम लागू किया हुआ है। इस नियम के तहत निर्धारित प्रक्रिया को पूरी करते हुए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा उन्हें अलॉट किए गए निजी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। कोविड-19 के कारण 16 जुलाई से पहले तक प्रदेश के सभी स्कूल बंद थे जिसके चलते बच्चे घर पर ही रहते थे। अब जहां 16 जुलाई से सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा प्राइमरी कक्षाओं को छोड इससे ऊपर की कक्षाओं के स्कूल खोले जा चुके हैं। निजी स्कूल में 134ए के तहत शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों को फीस के नाम पर स्कूलों द्वारा परेशान किया जा रहा है। प्राइवेट स्कूलों में सरकार के दिशा निर्देशों अनुसार दाखिला लेने वाले छात्रों से ट्यूशन फीस व अन्य फीस लेने का कोई प्रावधान नहीं है और जबकि प्राइवेट स्कूल के संचालक बच्चों पर फीस लेने का दवाब बना रहे हैं और बच्चों के साथ अभद्र व्यवहार भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस बारे पूर्व में ज्ञापन के माध्यम से खंड शिक्षा अधिकारियों को अवगत भी करा चुके हैं लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है।