बहादुरगढ़, 30 अक्तूबर (निस)
प्रशासनिक अधिकारियों और किसान नेताओं के बीच चली लंबी बातचीत के बाद आखिरकार किसान टीकरी बॉर्डर पर 5 फुट रास्ता ही खोलने पर सहमत हुए। फिलहाल यहां से दोपहिया और एंबुलेंस के लिए रास्ता खोल दिया गया। हालांकि इससे पहले किसान रास्ता न खोलने की जिद पर अड़े हुए थे। इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा की टीकरी बॉर्डर कमेटी ने अपनी मीटिंग की और उद्यमियों ने भी अपना पक्ष रखा। टीकरी बॉर्डर पर रास्ता खुलने से लोगों ने कुछ राहत की सांस ली। रास्ता खोलने से पहले किसानों ने शर्त रखी कि सुबह 7 से रात 8 बजे तक ही रास्ता खोला जाएगा, लेकिन एंबुलेंस को 24 घंटे रास्ता दिया जाएगा। कार और इससे बड़े वाहनों को रास्ता न देने पर आंदोलनकारी अड़ गए हैं। उधर, दिल्ली और हरियाणा पुलिस का भी अलग-अलग मत है। दिल्ली पुलिस टीकरी बॉर्डर से केवल दिल्ली से आने वाले ट्रैफिक को ही चालू करने को तैयार है। यहां से दिल्ली में एंट्री पर वह सहमत नहीं है, जबकि हरियाणा पुलिस वन-वे से दोनों तरफ के ट्रैफिक को चालू करने पर जोर दे रही है। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य और टीकरी बार्डर पर आंदोलन के नेता बूटा सिंह ने कहा कि रास्ता खोलने पर पुलिस से हमारा मत अलग हैं। अगर कारों के लिए रास्ता खुला तो यहां पर रोजाना हादसे होंगे।