नवीन पांचाल/हप्र
गुरुग्राम, 18 मई
कोरोना मरीजों के इलाज के लिए की जा रही अस्थाई अस्पतालों की व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। ताउ देवीलाल स्पोर्ट्स कांप्लेक्स सेक्टर 38 में 100 बेड के अस्थाई अस्पताल का उद्घाटन प्रशासनिक अधिकारियों ने आधी अधूरी तैयारियों के साथ करवा लिया। इस अस्थाई अस्पताल का निर्माण अभी चल रहा है और इसे पूरा होने में एक सप्ताह से अधिक का समय लगने की बात कही जा रही है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को वेदांता ग्रुप के सहयोग से बनाए जा रहे इस अस्थाई ‘फिल्ड हाॅस्पिटल’ का उद्घाटन किया था। उद्घाटन के समय अस्पताल में डाॅक्टर्स के साथ-साथ 100 बेड, आॅक्सीजन सिलेंडर्स, मेडिकल स्टाफ और दूसरी व्यवस्थाएं चाक चैबंद थी। डीसी डाॅ यश गर्ग ने मौके पर मुख्यमंत्री को ‘अस्पताल मरीजों की भर्ती के लिए खोल दिया गया’ का दावा किया था लेकिन उद्घाटन के के बाद जब कोरोना मरीज अस्पताल में पहुंचने शुरू हुए तो यहां कर्मचारी काम पर लगे हुए मिले। अस्पताल के बड़े हिस्से में न तो ऑक्सीजन सिलेंडर लगे थे और न ही बेड। हैरत की बात यह है कि यहां निर्माण कार्य चलता मिला। मंगलवार की शाम यानि उद्घाटन के दो दिन बाद भी अस्थाई अस्पताल में न डाॅक्टर, न मरीज और न इलाज की व्यवस्था दिखाई दी।
भाजपा नेता पूर्व कार्यकारी जिलाध्यक्ष एडवोकेट कुलभूषण भारद्वाज ने अधिकारियों की लापरवाही को सरकार की जग-हंसाई करवाने वाला बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की छवि को खराब करने के लिए बेलगाम अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को गुमराह कर जल्दबाजी में उद्घाटन करवा लिया। उन्होंने ऐसे अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है।