हिसार, 30 अप्रैल (निस)
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में विकसित प्याज की किस्म एचओएस-3 अब न केवल हरियाणा बल्कि देश के अन्य राज्यों में भी अपनी पहचान बनाएगी। इसके लिए विश्वविद्यालय ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत प्रौद्योगिकी के व्यावसायीकरण को बढ़ावा देते हुए दक्षिण भारत की एक अग्रणी बीज कंपनी के साथ करार (एमओयू) किया है। एमओयू पर विश्वविद्यालय की ओर से अनुसंधान निदेशक डॉ़ जीत राम शर्मा, जबकि कंपनी की ओर से प्रबंध निदेशक डॉ़ अमरनाथ यादव ने हस्ताक्षर किए। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बताया गया है कि पिछले एक साल में विभिन्न फसल किस्मों के लिए विभिन्न निजी भागीदारों के साथ कुल 9 समझौते किए जा चुके हैं। मौजूदा समझौते के तहत उपरोक्त बीज कंपनी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित प्याज की किस्म एचओएस-3 के बीज तैयार कर किसानों को देगी, ताकि किसानों को विश्वसनीय बीज मिल सकें और उनकी उपज बढ़ सके।
समझौते पर हस्ताक्षर करते समय मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक डॉ़ मंजू मेहता, ओएसडी डॉ़ अतुल ढींगरा, सब्जी विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ़ टीपी मलिक, डॉ़ वीके बत्रा, फार्म निदेशक डॉ़ एसके धनखड़, आईपीआर सेल के प्रभारी डॉ़ विनोद कुमार और कंपनी के मार्केटिंग हेड जिबोन क्योट भी उपस्थित थे।