गुरुग्राम, 9 जनवरी (हप्र)
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह त्याग और वीरता की मिसाल थे, जिन्होंने अन्याय और धर्म एवं अत्याचार और दमन के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उनका त्याग, तपस्या और बलिदान हमारी विरासत है, जिसे हम सभी को अपने जीवन में धारण करना है। वह यहां गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व पर आयोजित गुरबाणी तथा सम्मान समारोह में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने डीएलएफ फेज-एक के स्थित गुरुद्वारा में गुरु ग्रंथ साहिब के सामने नमन किया।
राज्यपाल ने समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को भी सम्मानित किया। कोविड काल में चार हजार लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करवाने वाले शहीद भगत सिंह सेवा दल के संस्थापक पद्मश्री जितेंद्र सिंह शंटी को सम्मानित किया। जितेंद्र सिंह शंटी ने बताया कि वे अपनी टीम के साथ मिलकर पिछले 25 वर्षों में 56 हजार से ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार करवा चुके हैं। राज्यपाल ने प्रगट सिंह गोताखोर और झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को नृत्य सिखाने वाली राबिया हारा को भी सम्मानित किया। प्रगट सिंह गोताखोर अपनी तैराकी से अभी तक 13 हजार लोगों की जान बचा चुके हैं तथा राबिया हारा मिस टीन अर्थ टाइटल से नवाजी जा चुकी हैं। कार्यक्रम के दौरान दक्षिण एशिया में हजारों बच्चों को शिक्षा देने वाले फादर टॉमस कुरियाकोस, कोविड समय में ऑक्सिजन लंगर लगाकर डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को निशुल्क आॅक्सीजन उपलब्ध करवाने वाले हेमकुंठ फाउंडेशन से इरिंदर सिंह आहलुवालिया, फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री के महानिदेशक दीपक जैन को गरीबों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा दिलवाने के लिए राज्यपाल ने सम्मानित किया। इस मौके पर हरभजन सिंह, एमपी सिंह, जसपाल सिंह चड्ढा, अजीतपाल सिंह पसरीचा समेत काफी लोग मौजूद रहे।