झज्जर, 15 जून (हप्र)
दो दिन पहले भाजपा के झज्जर कार्यालय की नींव उखाड़ने के मामले में पुलिस की ओर से किसानों पर कार्रवाई की निंदा की गई। ढांसा बॉर्डर पर गुलिया खाप ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि किसानों पर गलत केस दर्ज किए गए हैं। किसान इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। गुलिया खाप के प्रधान विनोद ने कहा कि पुलिस किसानों पर झूठे केस बनाकर उनका हौसला तोड़ना चाहती है, लेकिन सरकार के मंसूबे कामयाब नहीं होने दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि झज्जर में भाजपा आफिस की नींव किसानों ने नहीं उखाड़ी है। सरकार के इशारे पर किसानों पर मामले दर्ज किए जा रहे हैं। किसान केवल भाजपा के कार्यक्रमों का विरोध करने कार्यक्रमस्थल पर पहुंचे थे।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों का आंदोलन जारी है और मांगे पूरी होने तक जारी करेगा। किसान न तो डरेगा और न ही झुकेगा। केवल तीनों कानूनों को रद्द करवाने पर ही घर वापसी करेगा। आंदोलन में शामिल किसानों को किसान यूनियन के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र डागर ने कहा कि हरियाणा सरकार अब किसानों को परेशान करने में लगी है ताकि किसानों का मनोबल टूट जाए। इस अवसर पर जयप्रकाश बैनीवाल, युद्धबीर धनखड़, हम्मल पहलवान, बेदन ठेकेदार, सरजीत गुलिया समेत कई किसान नेता मौजूद थे।
संयुक्त किसान मोर्चा ने की निंदा
नयी दिल्ली (स) : भाकियू डकौंडा से जुड़े किसानों के कुछ और दल आज सिंघु और टीकरी बॉर्डर पहुंचे। संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा के नेता डा़ दर्शन पाल और गुरनाम सिंह चढ़ूनी की ओर से जारी प्रेस बयान में कहा कि झज्जर के भाजपा कार्यालय में हुई तोड़फोड़ के लिए किसानों को जिम्मेदार ठहराकर उन पर एफआईआर दर्ज की गई, जोकि गलत है। इसमें प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने कड़ी कार्रवाई की धमकी दी, जिसकी किसान संयुक्त मोर्चा कड़ी निंदा करता है। दोनों नेताओं ने कहा कि किसान डरने वाले नहीं है वह तीनों कानून रद्द कराकर ही घर लौटेंगे।