कलायत, 19 दिसंबर (निस)
पर्यावरण की रक्षा के लिए जहां एक तरफ सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर पौधरोपण मुहिम चला रही है, वहीं नगर के कपिल मुनि राजकीय महिला कॉलेज में लगाये गए सैकड़ों सफेदे के पेड़ तहस-नहस किए जाने से स्थानीय लोगों में भारी रोष है। कस्बा निवासी अनिल कुमार, राजेंद्र सिंह, सुरेश कुमार, राजकुमार, सुनील आदि ने बताया कि कपिल मुनि महिला कॉलेज के सरकारीकरण से पूर्व निजी संस्था द्वारा चलाए जा रहे कालेज में उनके द्वारा हजारों सफेदे के पेड़ लगाए गए थे। बरसात व सीवरेज के ओवरफ्लो पानी के कारण कॉलेज परिसर में जमा पानी के कारण समय-समय पर लगाए जाने वाले सैकड़ों छोटे पौधे तो बरसात के सीजन में ही सूख गए थे। रही-सही कसर लोक निर्माण विभाग की देखरेख में बनाई जा रही कॉलेज की चारदीवारी के निर्माण ने पूरी कर दी। दीवार के कई-कई फुट दूर तक जेसीबी के सहायता से बेतरतीब ढंग से पेड़ों को उखाड़ कर तहस-नहस कर दिया गया है।
सूचना दे दी गई थी कॉलेज प्रशासन को : एसडीओ
लोक निर्माण विभाग एसडीओ संदीप सचदेवा ने बताया कि निर्माण को लेकर हटाए जाने वाले पेड़ की सूचना कॉलेज प्रशासन को दे दी गई थी। दीवार का निर्माण शुरू होने से पहले उनके द्वारा ही पेड़ों की गिनती कर समय पर हटाया जाना था।
वन विभाग को किया था सूचित : प्रिंसिपल
श्री कपिलमुनि राजकीय महिला कॉलेज प्रिंसिपल राजेश सैनी ने बताया कि जहां दीवार निकाली जा रही है, उन पेड़ों को हटाने के लिए समय रहते वन विभाग को सूचित कर दिया गया था। उनके द्वारा समय रहते पेड़ों पर नंबर लगाए जाने थे, उनके द्वारा समय रहते नंबरिंग नहीं की गई थी।
कॉलेज प्रशासन को बता दी थी अनुमानित राशि : रेंज अधिकारी
वन विभाग कलायत रेंज अधिकारी सज्जन सिंह ने बताया कि उनके द्वारा हटाए जाने वाले करीब 200 पेड़ों पर नंबर लगाकर अनुमानित राशि कॉलेज प्रशासन को बता दी गई थी। उनके द्वारा ही पेड़ों की व्यवस्था की जानी थी। पेड़ उखाड़ने में उनकी कोई भूमिका नहीं है।