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Green Drive ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’: हरियाणा का हर नागरिक बनेगा पर्यावरण प्रहरी

चंडीगढ़, 9 जून (ट्रिन्यू) हरियाणा सरकार ने पर्यावरणीय स्थिरता को जनांदोलन में बदलने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान का श्रीगणेश किया है। मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी की अध्यक्षता में हुई राज्य कार्य...
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चंडीगढ़, 9 जून (ट्रिन्यू)

हरियाणा सरकार ने पर्यावरणीय स्थिरता को जनांदोलन में बदलने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान का श्रीगणेश किया है। मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी की अध्यक्षता में हुई राज्य कार्य योजना की समीक्षा बैठक में स्पष्ट किया गया कि यह अभियान केवल वृक्षारोपण नहीं, बल्कि समूचे समाज और शासन की साझी भागीदारी का प्रतीक बनेगा।

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इस पहल को मनरेगा, जल शक्ति अभियान, स्वच्छ भारत, स्मार्ट सिटी और राष्ट्रीय हरित राजमार्ग मिशन जैसी योजनाओं से जोड़ा जाएगा, ताकि हरियाणा का हरित लक्ष्य समन्वित प्रयासों से हासिल हो सके। मुख्य सचिव ने पूर्व में लगाए पौधों की गहन समीक्षा कर उनकी देखरेख की योजना पेश करने के निर्देश भी दिए।

जिला स्तर पर होंगे ठोस कदम

हर जिले में पौधारोपण समितियां गठित होंगी, जो उपयुक्त स्थलों की पहचान, भूमि आकलन, पौधों की माँग और रखरखाव सुनिश्चित करेंगी। 22 जिलों की 200 सरकारी नर्सरियों में 1.81 करोड़ पौधे पहले ही तैयार हैं। इनका विवरण haryanaforest.gov.in पर उपलब्ध है।

स्कूलों से समाज तक

स्कूल शिक्षा विभाग के इको क्लब फॉर मिशनलाइफ के जरिए छात्रों को अभियान से जोड़ा जाएगा। जल निकायों के आसपास, नहरों की पटरियों और अमृत सरोवरों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। कॉलेज, विश्वविद्यालय और सामुदायिक संगठनों को भी सक्रिय भूमिका सौंपी गई है।

तकनीक और ट्रैकिंग का मेल

स्कूल स्तर पर पौधारोपण का डाटा माइक्रोसाइट्स पर दर्ज होगा जबकि अन्य विभागों की गतिविधियाँ मेरीलाइफ पोर्टल (https://merilife.nic.in) पर अपलोड की जाएंगी। सोशल मीडिया अभियान भी चलाया जाएगा।

पिछली सफलता, नई उम्मीद

2024-25 में 1.87 करोड़ पौधे लगाए गए थे, जिनमें 52.21 लाख शहरी और 134.44 लाख ग्रामीण क्षेत्रों में लगे। इस प्रयास में 51 सरकारी विभाग और लाखों नागरिक शामिल हुए थे। अब लक्ष्य है – इससे भी अधिक प्रभावी, संगठित और सतत हरित क्रांति।

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