जींद, 30 जुलाई (हप्र)
बिना कागजात, ओवरलोडिंग और ट्रैफिक नियमों को ताक पर सड़क पर सरपट दौड़ते वाहनों को आरटीए के जाल से बचाने के लिए और प्राधिकरण की टीम की हर चाल पर नजर रखने के लिए किसी ने आरटीए की गाड़ी में चुपके से जीपीएस लगा दिया। आरटीए के सह-सचिव ने इसकी शिकायत सिविल लाइन थाना पुलिस को दी। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरटीए डिपार्टमेंट के सह सचिव संजीव कुमार ने सिविल लाइन थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 13 जुलाई को उनकी टीम चेकिंग करने गई हुई थी। टीम में एएसआई अवतार सिंह, सिपाही मनोज, वीरेंद्र और ड्राइवर रामकेश थे।
टीम जींद-हांसी, नरवाना-उचाना, नगूरां-सफीदों सहित विभिन्न मार्गों पर चेकिंग कर रही थी, लेकिन उन्हें शक हुआ कि प्रत्येक मार्ग पर उनकी चेकिंग लीक हो रही है। उसके बाद दोनों चालकों ने उनकी गाड़ी की चेकिंग की तो उनको गाड़ी में एक निजी कंपनी का जीपीएस मिला। उसी से उनकी गाड़ी की लोकेशन का पता चल रहा था। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
आरटीए कार्यालय के पास जहां जहां गाड़ी खड़ी होती है वहां सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। इसके अलावा कर्मचारियों से पूछताछ कर रिकार्ड एकत्रित किया जा रहा है। पुलिस ने आरटीए की गाड़ी में जीपीएस सिस्टम लगाने पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
-डॉ. सुनील, प्रभारी, सिविल लाइन थाना