सुरेंद्र दुआ/निस
नूंह/मेवात, 14 फरवरी
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि प्रदेश की जेलों में बंदियों के मानसिक, धार्मिक व सामाजिक विकास पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार जेल सुधार गृह के रूप में कार्य कर रही हैं और बंदियों के सुधार की तरफ पूरा फोकस है। हरियाणा की जेलों में आध्यात्मिक या साधना केंद्र भी बनाए जाने का प्रावधान है, ताकि बंदी मन की शांति व तनाव को दूर करने के लिए ध्यान लगा सकें। जेल सुधार गृह के रूप में बंदियों के आचरण, व्यवहार में परिवर्तन लाकर उन्हें समाज के लिए अच्छा नागरिक बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सोमवार को नूंह में नवनिर्मित जिला कारागार का उद्घाटन करने के बाद आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें अपराध से घृणा करनी चाहिए न कि अपराधी से। ऐसे में अपराधियों के सुधार के लिए जेल परिसर में बेहतर वातावरण बंदियों को दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जेलों में कैदियों की निरंतर काउंसलिंग प्रक्रिया की जा रही है तथा जेल से रिहा होने के बाद पुलिस विभाग बाद में भी उनकी काउंसलिंग करेंगे, ताकि उनमें अपराधिक प्रवृति पुन: न आए। उन्होंने जेल प्रशासन से कहा कि कैदियों को प्रताड़ित नहीं करना है, बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास पर ध्यान देना चाहिए ताकि वे जेल से बाहर आकर अच्छे नागरिक के रूप में समाज में स्थापित हो सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि परिस्थितियां किसी भी रूप से अपराध की ओर ले जा सकती हैं। ऐसे में सुधार का अवसर अपराधी के लिए बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि जेल परिसर में धार्मिक प्रवचनों का समावेश करवाते हुए आपराधिक लोगों के मानसिक विकारों में बदलाव किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि धार्मिक प्रवचनों से ही अपराधी जीवन में बदलाव लाया जा सकता है। इस मौके पर जेल विभाग के महानिदेशक मोहम्मद अकील, डीजीपी पीके अग्रवाल, सेशन जज संदीप गर्ग, विधायक संजय सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष नरेंद्र पटेल आदि मौजूद थे।
जेल कर्मियों को सीएम ने दिया तोहफा
सीएम ने कहा कि जेलों में बंदियों के शारीरिक विकास के लिए खेल मैदान भी तैयार किए जाएं। प्रदेश में अच्छी जेलें बनाई जा रही हैं और बंदियों को सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। जेल अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए की कई घोषणाएं मुख्यमंत्री ने की। प्रदेश की 20वीं जेल के रूप में शुरू हो रही जिला नूंह जेल के परिसर में सीएम ने घोषणा की कि पुलिस विभाग की तर्ज पर जेल वार्डन के तौर पर 18 साल की अच्छी सर्विस करने के बाद वार्डर को इक्जैम्टी हेड वार्डर बनाया जाएगा। जेल अधीक्षकों को अन्य अधिकारियों की तर्ज पर सरकारी कार्य के लिए वाहन मुहैया कराए जाएंगे। जेल अधीक्षक व इससे उच्च पदों पर कार्यरत अधिकारियों को वर्दी भत्ता दिया जाएगा ताकि वे भी वर्दी में नजर आएं। इसी प्रकार जेल विभाग में भी पुलिस विभाग की तर्ज पर राष्ट्रपति मेडल के बाद नौकरी में सेवा विस्तार भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जेल विभाग में खाली पदों पर जल्द ही भर्ती की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जेल में ड्यूटी देने वाले स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों को ग्रामीण क्षेत्र की ड्यूटी की अनिवार्यता नहीं रहेगी। जेल की सर्विस को ही ग्रामीण क्षेत्र की ड्यूटी के बराबर माना जाएगा।
68 करोड़ की लागत से बनी जेल
सीएम ने बताया कि नूंह के गांव सलंबा में साढ़े 29 एकड़, पांच कनाल में 68 करोड़ रुपए की राशि से जिला कारागार बनाया गया है। जेल की सुरक्षा के लिए तीन बाउंड्री हैं। इसमें निगरानी के लिए अंदर छह वाच टावर बनाए गए हैं। जेल में एक अस्पताल, लाइब्रेरी, कैंटीन, सुरक्षा के लिए अलग सेल, एडमिन ब्लॉक, कंट्रोल रूम, कैदियों के काम करने के लिए एक शेड बनाया गया है। इसमें कैदियों के लिए 12 बैरक हैं, जिनमें 5 बैरक पुरुष कैदियों व एक बैरक महिला कैदियों के लिए व कुछ अन्य बैरक बनाए गए हैं। जेल में 12 बैरक में कुल 846 कैदियों को रखा जा सकता है। इस जेल को हरियाणा पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन द्वारा बनाया गया है।
नल्हेश्वर मंदिर में शिव की आराधना
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोमवार को नूंह के प्राचीन नल्हेश्वर महादेव मंदिर में पहुंचकर भगवान शिव की पूजा अर्चना की। मुख्यमंत्री ने मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना की और शिवलिंग पर जलाभिषेक भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान शिव शक्ति का प्रतीक है और पूजा करने से हमें मन की शांति मिलती है और हमारे मन में सही विचारों का जन्म होता है। मुख्यमंत्री ने शिव की पूजा कर प्रदेशवासियों के अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना की।
जेलों में बंदियों की संख्या घटनी चाहिए
जेल मंत्री रणजीत चौटाला ने कहा कि नूंह जिला में सभी जरूरी सुविधाओं से युक्त जेल बनाई गई है। हमारा प्रयास है कि जेलों में बंदियों की संख्या घटनी चाहिए। समाज में अच्छे नागरिक बनें तथा अपराध से दूर रहेंगे तो निश्चित रूप से बंदियों की संख्या घटेगी। गृह विभाग के एसीएस राजीव अरोड़ा ने कहा कि सरकार द्वारा जेल प्रशासन सुधार की दिशा में रोड मैप तैयार किया गया है।