चंडीगढ़, 12 नवंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि आदिबद्री धार्मिक स्थल को पर्यटन के रूप में भी विकसित किया जाएगा। इसके लिए श्राइन बोर्ड व्यापक कार्ययोजना बनाएगा। सीएम ने जगाधरी से आदिबद्री तक स्थाई बस सेवा शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
सीएम शुक्रवार को चंडीगढ़ में श्रीकपाल मोचन, श्रीबद्री नारायण, श्रीमंत्रा देवी एवं श्रीकेदारनाथ श्राइन बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान सीएम ने 15 से 19 नवंबर तक चलने वाले कपाल मोचन मेले की सभी तैयारियां व श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए किए प्रबंधों पर भी रिपोर्ट ली। मेले में लगभग 8 लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान है। यहां हरियाणा के अलावा पंजाब व हिमाचल प्रदेश से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। कार्तिक पूर्णिमा को 18-19 नवंबर रात्रि के समय श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होगी। इसके लिए विशेष प्रबंध करने के निर्देश सीएम ने दिए। श्रद्धालुओं को मेले में शामिल होने के लिए जिला प्रशासन के पोर्टल पर पंजीकरण करवाना जरूरी होगा।
मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम कराएं
मेले में मॉस्क एवं सेनेटाइजर का प्रबंध रहेगा। सुरक्षा के दृष्टिगत 19 चैक पोस्ट बनाने के साथ साथ 50 सीसीटीवी कैमरा लगाए हैं। श्रद्धालुओं के लिए 12 जगहों पर पार्किंग का प्रबंध किया है। मुख्यमंत्री को बताया कि मेले में झूलों की व्यवस्था रहेगी। प्रतिदिन सांय के समय भजन संध्या होगी। मुख्यमंत्री ने मेला प्रशासक को निर्देश दिए कि मेले में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की शृंखला में देशभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रम भी आयोजित करवाए जाएं। विशेषकर दाडी जत्था द्वारा बलिदान गाथाएं भी सुनाई जाएं। बैठक में मुख्यमंत्री को बताया कि मेले में कंट्रोल रूम स्थापित किया है। कोविड-19 की परिस्थितियों के मद्देनजर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला परिसर में हेल्थ चेकअप काउंटर बनेंगे। दो मोबाइल यूनिट मेला परिसर में मौजूद रहेंगी, जो श्रद्धालुओं की टेस्टिंग व वैक्सीनेशन का कार्य करेंगी। इस दौरान अगर कोई श्रद्धालु कोरोना पॉजिटिव मिलता है तो उनके लिए 100 बेड का कंटेनमेंट केंद्र बनेगा।
कार्यकारी कमेटियां हों गठित
इसके अलावा सभी विभागों द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा, श्रद्धालुओं की आस्था के अनुरूप कपाल मोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर, सूर्यकुंड, आदिबद्री, मंत्रा देवी, केदारनाथ सहित सभी धार्मिक स्थलों को कार्यकारी कमेटी का गठन कर विकसित किया जाए। इन स्थलों के सभी रास्ते बनाए जाएं। विशेषकर बिलासपुर से कपाल मोचन सड़क का सुधारीकरण करने के साथ साथ डिवाइडर बनाया जाए। उन्होंने कहा, लगभग 12 करोड़ रुपए की राशि से चल रहे विकास की कार्यों को जल्द पूरा किया जाए। श्राइन बोर्ड की अगली बैठक छह महीने बाद होगी। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर भी बैठक आयोजित कर बोर्ड कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश सीएम ने दिए। बैठक में सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के चेयरमैन सुभाष बराला, सीएम के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, शहरी स्थानीय निकाय के प्रधान सचिव अरुण गुप्ता, निदेशक डीके बेहरा, यमुनानगर डीसी पार्थ गुप्ता तथा बोर्ड के गैर-सरकारी सदस्य विपिन, सुभाष गौड़ व बलदेव सिंह मौजूद रहे।