बाढड़ा, 28 मई (निस)
कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि बाजरे के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास किए जा रहे है, ताकि यह मुख्य खाद फसल बन सके। बाजरा जैसे मोटे अनाज के उत्पादन व खपत को बढ़ावा देने के लिए देशभर के किसानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है कि वे अधिक से अधिक बाजरे का उत्पादन करें। बाजरे के उत्पादन व खपत को वैश्विक स्तर पर ऊंचा उठाने के उद्देश्य से वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा महोत्सव के रूप में मनाने का निर्णय संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा भारत के अनुमोदन पर लिया गया है।
कृषि मंत्री दलाल शनिवार को बहल के ब्रह्मदत्त मेमोरियल हॉल में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय बाजरा महोत्सव पर उपस्थित किसानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बाजरा जैसे मोटे अनाज के उत्पादन व खपत को बढ़ावा देने के लिए देश भर के किसानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है कि वे अधिक से अधिक बाजरे का उत्पादन करें। वहीं औद्योगिक क्षेत्र में इसकी खपत बढ़ाने को लेकर स्नैक इंडस्ट्री, फास्ट फूड व अन्य खाद्य पदार्थों में बाजरे के प्रयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पूरी दुनिया मे 41 प्रतिशत बाजरा भारत देश में पैदा होता है तथा उसमें भी 67 प्रतिशत बाजरा उत्तरी भारत के राज्यों हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश में पैदा होता है। बाजरे की फसल को बढ़ावा देने के पीछे इसमें उपलब्ध पोषक तत्वों की प्रचुरता को भी देखा जा रहा है।