चंडीगढ़, 21 मई (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार कोरोना संक्रमित बीपीएल मरीज जिन्हें इलाज के लिए निजी अस्पतालों में दाखिल कराया गया है, पर आने वाला खर्च खुद उठाएगी। इससे पहले सरकार ने बीपीएल व 1 लाख 80 हजार रुपये सालाना तक आय वाले गरीब परिवारों के उपचार के लिए 35 हजार रुपये तक की मदद का ऐलान किया था। शुक्रवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने योजना का विस्तार करते हुए बीपीएल परिवारों के मरीजों के लिए मुफ्त चिकित्सा की घोषणा की। ऐसे सभी बीपीएल मरीजों का उपचार अब मुफ्त में हो सकेगा, जो ‘आयुष्मान’ भारत योजना में कवर नहीं होते। इस योजना में कवर होने वालों के लिए 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा है। जिला उपायुक्त यह सुनिश्चित करेंगे कि यह योजना जमीनी स्तर तक पहुंचे। सीएम ने सभी जिलों के डीसी को इस बाबत निर्देश भी दिए हैं। वे शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग से विभिन्न विभागों के प्रशासनिक सचिवों व जिला उपायुक्तों की बैठक में बोल रहे थे।
बैठक में डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला भी मौजूद रहे। वहीं गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज अम्बाला से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जुड़े। सीएम ने कोरोना महामारी के साथ ब्लैक फंगस के मामलों पर कड़ी नजर रखने को कहा। उन्होंने कहा कि डीसी को अब फील्ड कमांड की तरह काम करना होगा। ‘ब्लैक फंगस’ को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए व्यापक अभियान चलेगा। इसके इलाज के लिए डॉक्टरों को विशेष ट्रेनिंग भी मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘ब्लैक फंगस’ अब राज्य सरकार के लिए एक नई चुनौती बनकर उभरी है। उन्होंने इसके उपचार के लिए सभी मेडिकल कॉलेजों में 20-20 बेड रिजर्व रखने के आदेश दिए। जिला उपायुक्त यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके जिले में प्रत्येक अस्पताल ब्लैक फंगस के मरीजों का डाटा साझा करें। ऐसे रोगियों को केवल मेडिकल कॉलेजों में ही रैफर किया जाएगा। सीएम ने कहा कि ब्लैक फंगस के इलाज के लिए आवश्यक दवा अम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन के वितरण को लेकर विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया है।
बैठक में मुख्य सचिव विजय वर्धन, सीएम के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और वित्त आयुक्त संजीव कौशल, बिजली विभाग के एसीएस पीके दास, मेडिकल एजुकेशन के एसीएस आलोक निगम, स्वास्थ्य विभाग के एसीएस राजीव अरोड़ा, सीएम के प्रधान सचिव वी़ उमाशंकर, अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, उपप्रधान सचिव आशिमा बराड़ व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
जनहित में आंदोलन खत्म करें किसान
मुख्यमंत्री ने जनहित में दिल्ली बाॅर्डर पर बैठे किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील की है। उन्होंने जिला उपायुक्तों को कहा कि वे महामारी से लड़ने के लिए किसानों को सरकार का सहयोग करने के लिए राजी करें। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘समय की जरूरत को समझते हुए किसान भाई अपना आंदोलन वापस लें ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। यह मानवता पर आया सबसे बड़ा संकट है। महामारी से किसी व्यक्ति, शहर या किसी वर्ग की नहीं बल्कि सभी को मिलकर लड़ना होगा’।
घर-घर जाकर जांचें ग्रामीणों का स्वास्थ्य
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हरियाणा ग्रामीण सामान्य स्वास्थ्य जांच योजना (एचवीजीएचसीएस) के तहत गांवों में घर-घर जाकर स्वास्थ्य जांच की जाए। साथ ही, यह काम करने वाली टीम के प्रत्येक सदस्य का टीकाकरण प्राथमिकता के आधार पर करवाने को कहा। बैठक में बताया गया कि अब तक मल्टी-डिसिप्लिनरी टीमों द्वारा 4097 गांवों में 11 लाख 8 हजार 415 घरों को कवर किया जा चुका है। 47 लाख 57 हजार 36 के स्वास्थ्य की जांच की है।
प्रदेश में 51 लाख से अधिक को वैक्सीन
बैठक में सीएम को अवगत कराया गया कि अब तक पात्र 51 लाख से अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन के इंजेक्शन लगाए जा चुके हैं। आने वाले दिनों में केंद्र सरकार द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार पात्र लाभार्थियों का तेजी से टीकाकरण होगा। जिन लोगों की दूसरी डोज लगनी है, उसे प्राथमिकता के आधार पर कवर किया जा रहा है। 18 से 45 वर्ष के लोगों के लिए वैक्सीन ऑन ड्राइव मुहिम भी चलाई है।