चंडीगढ़, 22 दिसंबर (ट्रिन्यू)
पूर्व सीएम व विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि शीतकालीन सत्र में सरकार ने विपक्ष के सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दिया। सरकार विपक्ष के सवालों से भागती नजर आई। कांग्रेस की ओर से भर्ती घोटाले, बेरोजगारी, खाद की किल्लत, एमएसपी की गारंटी, फसल रजिस्ट्रेशन, जलभराव, सड़कों की जर्जर हालत, महंगाई, नंबरदारों की नियुक्ति, ओबीसी आरक्षण से छेड़छाड़, कोरोना को लेकर तैयारी और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी समेत अलग-अलग मुद्दों पर 17 स्थगन और ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिए गए थे।
उन्होंने कहा कि इनमें से केवल 5 को ही मंजूर किया गया। सरकार से प्रश्नकाल के दौरान जनहित से जुड़े दर्जनों सवाल भी पूछे गए। ज्यादातर प्रस्तावों और सवालों पर सरकार की तरफ से जनता को गुमराह करने वाला जवाब दिया गया। गठबंधन सरकार हर मोर्चे पर विफल है। इसी तरह विधानसभा का सत्र भी विफल रहा है। वे बुधवार को सत्र की कार्रवाई के दौरान हरियाणा निवास में बनी मीडिया गैलरी में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
हुड्डा ने कहा कि आज जनता जिन परेशानियों का सामना कर रही है। सरकार सदन में इस तरह पेश आई मानो न प्रदेश में कोई भर्ती घोटाला हुआ और न ही युवा बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं। न प्रदेश में यूरिया की कमी है, न डीएपी का संकट है, न कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लोगों को हॉस्पिटल बेड की कमी पेश आई और न ही ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत हुई। सीएम ने मानसून सत्र में ऑक्सीजन की कमी से मरने वालों की जांच के लिए हाई लेवल कमेटी बनाने का ऐलान किया था लेकिन आज तक कमेटी नहीं बनाई। हुड्डा ने कहा कि ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम में भी लोगों ने अपनी समस्याएं और मुद्दों को रखा। कांग्रेस ने विधानसभा सत्र के दौरान सभी मुद्दों एवं समस्याओं को उठाने की कोशिश की और सरकार से इनकी मांगें मानने व समस्याओं का समाधान करने की अपील की। इतना ही नहीं, भविष्य में भी लोगों की मांगों को हर मंच पर उठाया जाएगा और कांग्रेस तमाम संगठनों व आम जन की जायज मांगों को मानने के लिए सरकार को मजबूर कर देगी। एक सवाल पर हुड्डा ने कहा कि ‘विपक्ष आपके समक्ष’ का अगला कार्यक्रम 26 दिसंबर को नूंह में होगा।