चंडीगढ़, 24 फरवरी (ट्रिन्यू)
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि यूक्रेन में फंसे हरियाणा वासियों की सकुशल वापसी के लिए प्रदेश सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके लिए चंडीगढ़ में विशेष कंट्रोल बनाया गया है। सभी जिला उपायुक्तों से रिपोर्ट मांगी गई है। यूक्रेन में फंसे करीब 2 हजार हरियाणावासियों में ज्यादातर विद्यार्थी हैं। सीएम ने वहां फंसे भारतीय राष्ट्रीयता के सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि वे शांत रहें, घबराहट व चिंता से दूर रहें।
उन्होंने कहा, हरियाणा सरकार भारतीय नागरिकों को देश वापस लाने के लिए विदेश मंत्रालय के साथ निकट सहयोग में हर संभव सहायता प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि स्थिति की निगरानी और नियंत्रण के लिए हरियाण सरकार ने विदेश मंत्रालय के साथ तालमेल शुरू कर दिया है। इसी तरह का नियंत्रण कक्ष हरियाणा में विदेश सहयोग विभाग के माध्यम से स्थापित किया गया है। भारतीय राष्ट्र के लोगों के लिए हेल्पलाइन 91-92123-14595 जारी किया गया है। इस नंबर पर व्हट्सएप किया जा सकता है। विदेश सहयोग विभाग के दो अधिकारी इस हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों का निपटारा करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूक्रेन में फंसे हरियाणा के विद्यार्थियों को जल्द से जल्द वापस बुलाए जाने के लिए एंबेसी तथा विदेश मंत्रालय के साथ बातचीत की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला का एक पत्र सरकार को मिला है। कई विधायकों ने भी संपर्क किया है। इसके आधार पर सभी जिलों से यूक्रेन में फंसे नागरिकों के बारे में रिपोर्ट मांगी गई है।
मुश्किल में मुंह फेर रही सरकार : सुरजेवाला
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि हर मुश्किल के वक्त में मुंह फेर कर चुप्पी साध लेना मोदी-खट्टर सरकार की आदत बन गई है। रूस और यूक्रेन के बीच तनाव के चलते यूक्रेन में 20 हजार से अधिक भारतीय युवा फंसे हैं। उनमें भय, आशंका और जीवन पर खतरे का डर है। इनमें 2 हजार युवा-युवती हरियाणा के हैं। बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ से जारी बयान में सुरजेवाला ने कहा कि इतना सब कुछ होने के बाद भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर उन्हें वापस लाने की कोशिश करना तो दूर, मेरे पत्र का जवाब तक नहीं दे रहे। रणदीप ने इस मुद्दे पर 17 फरवरी को सीएम को पत्र लिखा था। उन्होंने कहा कि समय रहते उन्हें सकुशल लाने का इंतजाम नहीं किया गया।
सच तो यह है कि भाजपा सरकार अभी चुनाव लड़ने में व्यस्त है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल यूक्रेन में फंसे लोगों का ख्याल रखने की बजाय चुनावी रैलियों में हवा भर रहे हैं।