ट्रेंडिंगमुख्य समाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाफीचरसंपादकीयआपकी रायटिप्पणी

भ्रम की राजनीति छोड़ पुरानी पेंशन बहाल करे सरकार : रामपाल शर्मा

कहा- पेंशन नीतियों पर अपनाए जा रहे दोहरे रवैये से संगठन में रोष
Advertisement
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस

चंडीगढ़, 18 मई। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने पुरानी पेंशन योजना बहाली का मुद्दा फिर से उठा दिया है। संघ ने सरकार को सलाह दी है कि वह भ्रम की राजनीति छोड़े और पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की दिशा में कदम उठाए। संघ प्रदेशाध्यक्ष प्रभु सिंह, राज्य महासचिव रामपाल शर्मा, कैशियर संजीव सिंगला, वरिष्ठ उपप्रधान गुरमीत सिंह, उपमहासचिव कृष्ण नैन, संगठन सचिव सुखदर्शन सरोहा, प्रेस प्रवक्ता निशा, जिला प्रधान रामफल दयोहरा व जिला सचिव अमरनाथ किठानिया का कहना है कि पुरानी पेंशन योजना बहाली से कर्मचारियों में आक्रोष है।

Advertisement

उन्होंने कहा कि 5 साल के सांसदों, विधायकों के लिए पुरानी पेंशन के साथ-साथ अलग-अलग टर्म के लिए अलग से पेंशन के नियम हैं। लेकिन अपनी जिंदगी का बड़ा हिस्सा सरकारी सेवाओं में देने के बाद भी कर्मचारियों को पेंशन नहीं मिल रही। उन्होंने कहा कि न्यू पेंशन स्कीम पूरी तरह से कर्मचारी विरोधी है। केंद्र सरकार द्वारा एनपीएस की जगह यूनिफाइड पेंशन स्कीम यानी यूपीएस का विकल्प दिया है। हरियाणा सरकार ने एनपीएस की जगह हरियाणा में यूनिफाइड पेंशन स्कीम की घोषणा की है।

उन्होंने कहा कि यह एक प्राइवेट बीमा या शेयर मार्केट का अपना स्वयं का निवेश मात्र हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में लागू नई पेंशन योजना व सरकार द्वारा वर्तमान में घोषित यूनिफाइड पेंशन स्कीम कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा के साथ सरासर अन्याय है। यूनिफाइड पेंशन स्कीम के नाम पर एक और भ्रमजाल खड़ा किया जा रहा है। इससे कर्मचारियों की पुरानी पैंशन की मांग को भटकाया जा सके। नई पेंशन योजना एवं यूनिफाइड पेंशन स्कीम दोनों ही सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पूर्ण आर्थिक असुरक्षा में धकेलती हैं।

 

 

Advertisement