रोहतक, 16 जुलाई (हप्र)
सर्व खाप पंचायत ने मांग की है कि बाल विवाह रोकने के नाम पर संसद के आगामी मानसून सत्र में लड़कियों की शादी की आयु 18 से बढ़ाकर 21 वर्ष करने वाले बिल पर सरकार पुनर्विचार करे। महेंद्र सिंह नांदल शनिवार को रोहतक में हुई सर्व खाप पंचायत की एक बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक की अध्यक्षता रोहतक खाप 84 के प्रधान हरदीप अहलावत ने की। सर्व खाप पंचायत के संयोजक महेंद्र सिंह नांदल ने कहा कि समाज में अनेक युवक और युवतियां मर्यादाओं, संस्कृति व सामाजिक ताने-बाने को ताक पर रखकर लिव इन रिलेशन के नाम पर एक साथ रह रहे हैं और बच्चे भी पैदा कर रहे हैं। ऐसे में बेटियों की शादी की आयु 21 वर्ष करने का कोई औचित्य नहीं है। यह कानून सरकार व परिवारों के लिए एक दिन संकटपूर्ण स्थिति पैदा कर सकता है। ऐसे में सरकार को लिव इन रिलेशन के लिए भी आयु सीमा का ध्यान रखना होगा। इसलिए बेटियों की शादी की आयु 18 वर्ष ही रहने देनी चाहिए। पंचायत ने कहा कि इस बिल से परिवारों और समाज पर सीधे प्रभाव पड़ेंगे, ऐसे में सामाजिक संस्थाओं और समाज से रायशुमारी करना अति आवश्यक था। सर्व खाप संयोजक महेंद्र सिंह नांदल ने कहा कि सामाजिक संस्थाओं का मानना है कि आधुनिक परिवेश में जो बेटियां 18 वर्ष की आयु के बाद आगे पढ़ाई जारी रख कर अपना कैरियर बनाना चाहती हैं, उनके लिए कोई रोक नहीं है, वे चाहें जितना पढ़ सकती हैं। उनकी पढ़ाई के लिए परिवार और समाज उनकी हर प्रकार की मदद करने को तैयार रहता है, लेकिन जो बेटियां बारहवीं कक्षा के बाद आगे पढ़ने की इच्छुक नहीं होती है उनके लिए 21 वर्ष की आयु पूरी करने की लक्ष्मण रेखा खींचना ठीक नही हैै। कानूनन 18 वर्ष की आयु में बेटा-बेटियां बढ़े हो जाते हैं और वे अपने अच्छे बुरे को ठीक से समझने लगते हैं।
माता-पिता लड़कों का रखें ध्यान
नशे की लत पर बोलते हुए हरदीप अहलावत ने कहा कि माता-पिता को किशोरावस्था से ही अपने बच्चों का खासकर लड़कों का शाम के समय विशेष ध्यान रखना चाहिए। घर से बाहर किस प्रकार की संगत में रहते हैं, इन सब बातों का ध्यान देना चाहिए। इस अवसर पर अहलावत खाप प्रधान जयसिंह, मांगेराम हुड्डा, धर्मपाल हुड्डा, सुरेंद्र दहिया, कैप्टन जगवीर मलिक, राजवीर मलिक, राज सिंह उपस्थित रहे।