हरदीप श्योकन्द/निस
उचाना, 22 जून
उचाना की कपास मंडी में हिंदू मैरिज एक्ट में संशोधन, समगोत्र विवाह पर रोक समेत कई सामाजिक मुद्दों को लेकर सर्वखाप महापंचायत का आयोजन हुआ। प्रदेशभर से सरपंच, सामाजिक संगठन, खापों के प्रतिनिधि, वकील एवं बुद्धिजीवी लोग पहुंचे। महापंचायत का मुख्य उद्देश्य हिंदू मैरिज एक्ट में संशोधन की मांग को लेकर रहा। महापंचायत के माध्यम से हिंदू मैरिज एक्ट में संशोधन, समगोत्र विवाह पर रोक, समलैंगिक विवाह रोक, एक गांव गुहांड में विवाह, लिव-इन रिलेशनशिप पर रोक की मांग की। 27 सितंबर तक सरकार को इन मांगों पर विचार करने का समय महापंचायत ने दिया। 28 सितंबर को सोनीपत में समीक्षा बैठक बुलाई जाएगी और आगे का फैसला लिया जाएगा।
वक्ताओं ने कहा कि एक ही गांव में शादी होने से बड़ी समस्या पैदा हो रही है। आपसी सहमति संबंध कानून के चलते बहुत हत्याकांड हो रहे हैं। ऐसे में कानून में बदलाव किया जाना बहुत जरूरी है। समाज में सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है और जब भी मौका मिले, इसमें सुधार करना चाहिए ताकि समाज निरंतर आगे बढ़ सके महापंचायत में एक गांव और एक गोत्र में शादी तथा लिव-इन रिलेशनशिप पर रोक लगाने की मांग की। खाप पंचायतें लंबे समय से महापंचायत में एक गांव और एक गोत्र में शादी तथा लिव-इन रिलेशनशिप पर रोक लगाने की मांग की। खाप पंचायतें लंबे समय से इन मुद्दों पर चिंता जता रही हैं। 36 बिरादरी में किसी की भी लड़की पूरे गांव की बहन या बेटी के समान मानी जाती है।
पहले लव मैरिज की प्रथा शुरू हुई और फिर समगोत्र विवाह होने लगे। एक ही गांव में विवाह से परिवारों के बीच दुश्मनी बढ़ रही है। इससे लड़का और लड़की दोनों के परिवारों को नुकसान होता है। राष्ट्रीय प्रवक्ता सर्व जातीय सर्व खाप सूबे सिंह समैण ने कहा कि हमारी बातों पर सरकार विचार करे। 27 सितंबर तक सरकार इस पर विचार कर कोई घोषणा करे। 28 सितंबर को सोनीपत में समीक्षा मीटिंग होगी। जो हिंदू मैरिज एक्ट अब है ये कभी न कभी समाज को आपस में भिड़ा देगा, इस एक्ट में संशोधन जरूरी है।
इस मौके पर सरपंच एसोसिएशन हरियाणा प्रधान रणबीर गिल, प्रवीण सरपंच रेवाड़ी, सुधीर बुआना जींद, राजेंद्र तोशाम, राजेश टोहाना, सोनिया दूहन, सुरेश सहारण सिवानी, बिनैन खाप प्रधान रघबीर नैन, संदीप शर्मा उचाना, सतीश जुलाना, रणबीर राठी प्रधान राठी खाप, रोलध खाप प्रधान नागपाल, बैनीवाल पनिहार खाप प्रधान कपूर सिंह, प्रधान दलबीर भराण, महीपाल गुरुकुल खेड़ा, सतबीर खेड़ा खाप प्रधान, वीरेंद्र नैन, दलबीर रेढू, पं. हरदीप शर्मा, संदीप सहरावत, कंवर सिंह, जगदीप चहल, बलजीत मलिक, रणबीर सिंह, सुरेंद्र खत्री, आजाद पालवां, किताब सिंह मोर, राजबीर मोर, हरिकेश खटकड़, सुरेश शर्मा खेड़ी चौपटा, सुरेश नंबरदार, अनिता सुदकैन, राजकुमार सोलंगी मौजूद रहे।