छछरौली, 19 अप्रैल (निस)
यमुना नदी से सटे पिछड़े इलाके के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल लाक्कड़ के प्रिंसिपल ने बदहाल हो चुकी स्कूल बिल्डिंग के सौंदर्यीकरण के लिए बेहतरीन कार्य करते हुए स्कूल की सूरत ही बदल कर रख दी है। 5 महीने पूर्व जिस स्कूल में स्टूडेंट्स को पीने के पानी तक को इधर-उधर भटकना पड़ता था, स्कूल की लाइब्रेरी बोरियों में बंद पड़ी थी, प्रिंसिपल के बैठने के लिए ऑफिस तक उपलब्ध नहीं था, वही स्कूल आज सौंदर्य की खुशबू बिखेर रहा है। स्कूल की अपनी लाइब्रेरी, जिसमें स्टूडेंट महापुरुषों की जीवनियां पढ़कर अपना सामान्य ज्ञान बढ़ा रहे हैं। वहीं, अब कंप्यूटर के कीबोर्ड पर स्टूडेंट्स की उंगलियां दौड़ रही हैं। प्रिंसिपल का ऑफिस जो एक स्टोर में हुआ करता था, आज चमचमाते फर्नीचर के साथ भव्य रूप ले चुका है।
राजेंद्र धीमान गत अक्तूबर, 2021 को साबापुर स्कूल से प्रमोट कर सीनियर सेकेंडरी स्कूल लक्कड़ में प्रिंसिपल नियुक्त किए गए। स्कूल की बदहाल बिल्डिंग देखकर राजेंद्र के मन को भारी ठेस लगी। उन्होंने स्कूल में सुधार के लिए स्टाफ व गांव की शिक्षा समिति की मीटिंग बुलाई। प्रिंसिपल राजेंद्र धीमान ने अपनी पॉकेट से 1 लाख 11000 की राशि से स्कूल के सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू किया। उनकी प्रेरणा से स्कूल स्टॉप ने भी लगभग 40,000 का योगदान किया। धीमान ने गत 27 नवंबर, 2021 को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भोपाल खदरी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित कर स्कूल के लिए विकास के द्वार खोल दिए। चेयरमैन भोपाल खदरी के योगदान सहित पाल महासभा के प्रदेश अध्यक्ष नरसिंह पाल, शिक्षा मंत्री के सुपुत्र निश्चल चौधरी, उद्योगपति पलविंदर सिंह, सरपंच बीरम सिंह, रविंदर, विनोद कुमार, विजय धीमान, अनुज, गोपाल सिंह आदि समाजसेवियों से मिली 3 लाख 39 हजार 100 रुपए की राशि से स्कूल का कायापलट कर डाला। उन्होंने बताया कि शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने स्कूल का औचक निरीक्षण कर 14 लाख की राशि विकास कार्यों के लिए मंजूर की।
‘थ्री एस फार्मूले’ पर किया कार्य : प्रिंसिपल
प्रिंसिपल राजेंद्र धीमान ने बताया कि उन्होंने ‘थ्री एस फार्मूले’ (सरकार, समाज व स्टॉफ) पर कार्य करते हुए स्कूल में लाइब्रेरी, कंप्यूटर रूम, प्रिंसिपल ऑफिस, स्कूल के रंग रोगन, प्रार्थना सभा स्थल, सीसीटीवी लगवाने जैसे कार्य किए। प्रिंसिपल राजेंद्र धीमान ने बताया कि स्कूल की व्यवस्था में सुधार आने से 20 स्टूडेंट्स ने प्राइवेट स्कूलों को छोड कर गवर्नमेंट स्कूल में दाखिला लिया है। उन्होंने बताया कि सरकार, समाज सेवी व्यक्तियों व स्कूल स्टाफ के सहयोग से विद्यालय की व्यवस्था में सुधार आया है।
पंचायत के निवर्तमान सरपंच बोले
पंचायत के निवर्तमान सरपंच बीरम सिंह ने बताया कि यमुना नदी के नजदीक होने के कारण बाढ़ के दिनों में स्कूल में जलभराव होता रहता था। उन्होंने बताया कि स्कूल में अब सीसी टाइलिंग कर फर्श को पक्का किया गया है। प्रिंसिपल ऑफिस के साथ-साथ स्कूल की पूरी बिल्डिंग को वाइटवॉश कर पौधरोपण कर सौंदर्यीकरण किया गया है।