गुरुग्राम, 9 जुलाई (निस)
हरियाणा में सबसे ज्यादा धनाढ्य माने जाने वाले शहर गुरुग्राम के नगर निगम कि भ्रष्टाचार से जुड़ी 74 शिकायतें चंडीगढ़ विजिलेंस के पास जांच के लिए पड़ी है। हरियाणा सरकार के एक्शन में आने के बाद विजिलेंस ने भी शिकायतों को खंगाल कर उन पर नगर निगम से जवाब तलब किया है। शहरी विकास विभाग के पत्र के अनुसार राज्य सतर्कता ब्यूरो के पास गुरुग्राम नगर निगम की 74 और फरीदाबाद नगर निगम की 86 ऐसी शिकायतें पेंडिंग है जो भ्रष्टाचार घपलेबाजी और गड़बड़ घोटाले से जुड़ी हैं लोगों ने यह शिकायतें भेजी हैं। गत 7 जुलाई को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई हाई लेवल बैठक में भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों की गहराई से छानबीन कर उन पर कार्रवाई के आदेश हुए हैं।
क्या हुआ है कि राज्य सतर्कता ब्यूरो ने हरियाणा सरकार को यह लिखकर सूचित किया था कि उनके पास जो भ्रष्टाचार से जुड़ी फरीदाबाद और गुरुग्राम नगर निगम की शिकायतें हैं संबंधित नगर निगम के अधिकारी उन पर कोई जवाब नहीं देते हैं बल्कि शिकायतों के प्रति लापरवाह हैं और वे किसी को अपने आगे नहीं समझते।
5 मामलों में मांगी रिपोर्ट
ज्ञात हुआ है कि हरियाणा सरकार और राज्य सतर्कता ब्यूरो के हरकत में आने के बाद गुरुग्राम नगर निगम के मुख्य अभियंता ने सभी नगर निगम के कार्यकारी अभियंताओं को पत्र लिखकर 5 मामलों में रिपोर्ट मांगी है। इस पत्र में जय नरेंद्र पवार विक्की कुमार राकेश जून कृष्ण कुमार और प्रवीण कुमार के नाम उल्लेख किए गए हैं इनके 10 से 15 कार्य की पर रिपोर्ट मांगी गई है इनमें से विक्की कुमार कृष्ण कुमार राकेश जून तरक्की पाकर एसडीओ लग चुके हैं तथा वे नगर निगम में ही है।