चरखी दादरी, 31 मार्च (निस)
प्रदेशभर की मंडियों में गेहूं की सरकारी खरीद एक अप्रैल से शुरू की जा रही है। इस बार चरखी दादरी की अनाजमंडी में सरकारी खरीद सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में होगी ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो। मार्केट कमेटी द्वारा खरीद को लेकर सभी तैयारियां पूूरी कर ली गयी हैं। वहीं आढती भी खरीद तैयारियों को लेकर संतुष्ट दिखे। हालांकि उनका कहना है कि सरकार अगर गेहूूं के रेट पर 500 रुपए बोनस दे तो मंडियों में फसल आ सकती हैं, नहीं तो मंडियां नहीं चल पाएंगी। दादरी जिला में चरखी दादरी सहित 8 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। मुख्य केंद्र चरखी दादरी की अनाजमंडी रहेगा जहां आवक ज्यादा आने की संभावना है। इस बार मार्केट कमेटी द्वारा मंडी के गेटों पर लगाए कांटों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि तुलाई व खरीद में किसी प्रकार की गड़बड़ी से बचा जा सके। मार्केट कमेटी द्वारा खरीद को लेकर बिजली-पानी, सफाई व अन्य प्रकार की तैयारियां पूरी कर ली हैं।
आढ़तियों ने मांगा 500 रुपये बोनस
मंडी आढ़तियों ने गेहूूं की खरीद पर 500 रुपए बोनस देने की मांग की है। मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने बताया कि मंडी में खरीद तैयारियों को लेकर वे संतुष्ट जरूर हैं। बावजूद इसके मंडियों में सरकारी खरीद के दौरान आवक कम आने की उम्मीद है। अगर सरकार गेहूं खरीद पर 500 रुपए बोनस दे तो मंडियां चल सकती हैं। अन्यथा एमएसपी रेट पर गेहूं की खरीद बहुत कम होगी।