इन्द्री, 8 नवंबर (निस)
इन्द्री हलके के गांव चूरणी में भारतीय किसान यूनियन द्वारा किसान पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत में अनेक गांवों के किसानों ने हिस्सा लिया। पंचायत की अध्यक्षता हलका प्रधान मंजीत चौगावां ने की।
पंचायत में यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने 26 व 27 नवंबर को दिल्ली घेराव में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने का आह्वान किया। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों को स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने और लाभकारी मूल्य देने का वादा करके सत्ता में आई थी, लेकिन अब किसानों के हितों को पूंजीपतियों के यहां गिरवी रखने पर तुली है।
किसानों के हितों को पूरी तरह हाशिये पर डाल कर किसान व खेती विरोधी तीन कानून पास कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि चक्का जाम सहित अनेक प्रकार से आंदोलन करके किसान इन कानूनों को वापस लेने की मांग उठा रहा है, लेकिन सरकार टस से मस नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि 26-27 नवंबर को दिल्ली कूच में देशभर के संगठन हिस्सा ले रहे हैं।
इस मौके पर किसान नेता रामपाल चहल, कर्म सिंह मथाना, किंदर चूरणी ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों से मंडी व्यवस्था, किसान की स्वायत्तता और न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था धीरे-धीरे बेमानी हो जाएगी और किसान संकट में घिर जाएगा। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जिस तरह से सरकार ने जल्दबाजी में अध्यादेश लागू किए और बाद में उनको अधिनियम बना दिया, यह सारी प्रक्रिया संदेहों के घेरों में है।
उन्होंने कहा कि किसान जो मांग कर रहे हैं, उनके विपरीत मोदी सरकार पूंजीपतियों के आदेशों का पालन करते हुए अड़ियल रुख अपना रही है।