सरकार का दावा.. आज से होगी धान की खरीद
सरकार का दावा है कि सोमवार से मंडियों में धान की सरकारी खरीद शुरू हो जाएगी, सभी तैयारियां पूरी हैं। वहीं दावे के विपरीत अभी तक राइस मिलरों ने धान खरीदने के लिए रजिस्ट्रेशन तक नहीं कराया है। बिना राइस मिलरों के धान खरीद कैसे होगी, ये पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाया है। राइस मिलर्स मांगों को लेकर रजिस्ट्रेशन कराने आगे नहीं आ रहे हैं। राइस मिलर्स का स्पष्ट कहना है कि उनकी मुख्य मांग को जब तक नहीं माना जाएगा, वे रजिस्ट्रेशन नहीं करवाएंगे। सरकार ओर राइस मिलर्स के बीच आपसी तनातनी का सीधा नुकसान किसानों को झेलना पड़ सकता है। खेतों में किसानों की फसलें पककर तैयार हो चुकी है, मौसम लगातार करवट बदल रहा है। किसान आढ़तियों से लगातार फोन करके धान की सरकारी खरीद के बारे में पूछ रहे हैं, जिसका जवाब आढ़ती भी किसानों को नहीं दे पा रहे हैं।
भारतीय किसान यूनियन (सर छोटूराम) के प्रदेश प्रवक्ता बहादुर मेहला ने बताया कि वे पिछले दिनों से ही मांग कर रहे हैं कि धान खरीद की तैयारियां समय रहते पूरी की जाएं। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया, राइस मिलर्स ने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया। धान खरीद के ऐन वक्त राइस मिलर्स मांगों को लेकर हड़ताल या अन्य दबाव वाला तरीका अपनाने लगते हैं। इससे किसानों का धान मंडियों में बिकने के लिए पड़ा रहता है, किसान भाई को प्राइवेट मिलर्स को 400 से 500 रुपये क्विंटल कम रेट पर धान बेचने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यह किसान भाईयों के साथ सीधी लूट है। उन्होंने कहा कि अभी तक मंडियों में धान खरीद की तैयारियां अधूरी हैं। मंडियों में साफ-सफाई, पानी की व्यवस्था पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाई है, इसके अलावा बारदाना नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि मंडियों में पुराने कांटों के बजाय डिजिटल कांटों से धान की तुलाई के आदेश हुए हैं, बावजूद मंडियों में इस पर अमल होता दिखाई नहीं देता। उन्होंने कहा कि अगर किसानों के साथ मंडियों में धान खरीद में कोई भी गड़बड़ी हुई तो यूनियन सहन नहीं करेगी।
राइस मिलर ही नहीं होंगे तो कौन धान खरीदेगा : रजनीश चौधरी
हरियाणा अनाजमंडी आढ़ती एसोसिएशन के चेयरमैन रजनीश चौधरी ने बताया कि सरकार ने घोषणा की है कि 22 सितंबर से धान की सरकारी खरीद शुरू करेंगी, लेकिन यह कैसे होगा। अब तक धान खरीदने वाले राइस मिलरों ने रजिस्ट्रेशन तक नहीं करवाया है, तो मंडियों में धान कौन खरीदेगा। सरकार को समय रहते धान खरीद की व्यवस्था करनी चाहिए, न कि सिर्फ घोषणा। उन्होंने कहा कि किसान भाई लगातार आढ़तियों के पास फोन कर रहे है कि धान पक चुकी है, लेकर आए या नहीं।
सरकार मिलरों की मुख्य मांग माने, तभी खरीदेंगे धान : सौरभ गुप्ता
करनाल राइस मिलर्स एसोसिएशन प्रधान सौरभ गुप्ता ने बताया कि सरकार के समक्ष राइस मिलरों ने मांगें रखी हैं, लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया। सरकार जब तक राइस मिलर्स की मुख्य मांग का स्थायी समाधान नहीं करती, तब तक राइस मिलर्स रजिस्ट्रेशन नहीं करवाएंगे।
''सरकार की घोषणा अनुसार मंडियों में धान की सरकारी खरीद शुरू हो जाएगी, मंडियों में ड्यूटियां लगाई जा रही हैं, बारदाना पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि पॉलिसी आ चुकी है, लेकिन अभी तक राइस मिलरों ने रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है। जल्द से जल्द से सभी प्रक्रिया पूरी जाएगी। किसानों को धान खरीद में कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी।''
-अनिल, डीएफएससी, करनाल।