रेवाड़ी, 23 अप्रैल (हप्र)
दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित एक कंपनी के गोदाम में भीषण आग लग गई। इसमें सबकुछ जलकर स्वाह हो गया। आग बुझाने के लिए रेवाड़ी के अलावा धारूहेड़ा, बावल, राजस्थान से दमकल की कई गाड़ियों को बुलाना पड़ा। इस अग्निकांड में करोड़ों के नुकसान का अनुमान है।
बावल के गांव जड़थल स्थित यूनिप्रोडक्ट कंपनी मारूति कारों के कारपेट बनाती है। शनिवार सुबह कंपनी के पास ही बने गोदाम में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग की लपटें उठने लगी और पूरे गोदाम को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ियां व पुलिस मौके पर पहुंची। 5 घंटे की मेहनत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। अनुमान लगाया जा रहा है कि आग करोड़ों का माल स्वाह हो गया है।
फोम बनाने वाली कम्पनी में लगी आग
फरीदाबाद (हप्र) : फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र के मोहला रोड स्थित गांव हरफला में फोम बनाने की कम्पनी में आज दोपहर भीषण आग लग गई। यह कंपनी विधायक नरेन्द्र गुप्ता की बतायी जा रही है। आग की सूचना मिलते ही सेक्टर-15, एनआईटी- सराय व बल्लभगढ़ से तुरन्त मौके पर दमकल वाहनों ने पहुंच कर आग पर काबू पाना शुरू कर दिया, लेकिन फोम में आग लगने के चलते आग ने भीषण रूप ले लिया। इसके बाद पलवल जिले से भी दमकल वाहनों को बुलाया गया। तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका।
विधायक नरेन्द्र गुप्ता ने बताया कि आग से करोड़ों के माल का नुकसान का अनुमान है तथा कम्पनी की बिल्डिंग भी क्षतिग्रस्त हो गई है। वहीं इस बात का भी शुक्र है कि समय रहते सभी कर्मचारी बाहर आ गए। जिससे कोई जनहानि नहीं हुई।
सिविल अस्पताल में 14 कबाड़ एम्बुलेंसों में लगी आग
फरीदाबाद (हप्र) : देर रात सिविल अस्पताल बादशाह खान ने कबाड़ हालात में खड़ी करीब 14 एम्बुलेंस जलकर राख हो गई। इस घटना में अस्पताल प्रशासन को लाखों का नुकसान हुआ है। जानकारी के देर रात 2.30 बजे सिविल अस्पताल प्रांगण में खड़ी 14 कबाड़ एम्बुलेंस में अज्ञात कारणों से आग लग गई। आग की सूचना मिलते तुरन्त तीन नम्बर चौकी पुलिस को दी। जिसके बाद घटनास्थल पर दो दमकल की गाड़ियां पहुंची तक कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। गनीमत इस बात की रही कि जहां पर आग लगी वहां से कुछ दूरी पर ही ऑक्सीजन के दो बड़े प्लांट लगे हुए हैं जहां आग नहीं पहुंच सकी। आग के कारणों की अस्पताल प्रशासन जांच करवा रहा है। सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे है ताकि कोई सुराग लग सके कि आग क्यों और कैसे लगी।