चंडीगढ़, 3 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा सार्वजनिक सेवा वितरण में सुधार के लिए जोशीले युवाओं को लीक से हटकर सोच के साथ जोड़ने के लिए शुरू किया गया मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम (सीएमजीजीए) नामक अद्वितीय फ्लैगशिप कार्यक्रम लगातार 6 वर्षों से महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। अशोका यूनिवर्सिटी की ओर से नयी दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित एक दीक्षांत समारोह में सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव एवं सीएमजीजीए के परियोजना निदेशक डॉ़ अमित अग्रवाल ने यह बात कही।
कार्यक्रम में अशोका यूनिवर्सिटी के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी के अध्यक्ष आशीष धवन, यूनिवर्सिटी के सह-संस्थापक विनीत गुप्ता और यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर मालाबिका सरकार मौजूद रहीं। चरखी दादरी के डीसी श्याम लाल पूनिया, झज्जर डीसी कैप्टन शक्ति सिंह, नूंह डीसी अजय कुमार सिंह, गुरुग्राम डीसी निशांत कुमार यादव के साथ मुख्यमंत्री के मुख्य फीडबैक अधिकारी मोहित सोनी भी उपस्थित रहे।
इस दौरान सुशासन सहयोगियों ने अपने अनुभव सांझा किए। डॉ़ अग्रवाल ने ग्रेजुएटिंग क्लास द्वारा पिछले एक वर्ष में किए गए कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ‘अशोका यूनिवर्सिटी के साथ सीएमजीजीए कार्यक्रम युवा पेशेवरों के लिए शासन का हिस्सा बनने और नागरिकों के जीवन को प्रभावित करने का एक उत्कृष्ट अवसर है। सीएमजीजीए मॉडल पिछले 6 वर्षों में काफी विकसित हुआ है। मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमारे कई पूर्व छात्र प्रभावी क्षेत्रों से जुड़े हैं और किसी न किसी तरह से समाज की बेहतरी में योगदान दे रहे हैं।’ सीएमजीजीए कार्यक्रम राज्य की प्राथमिकताओं पर कार्य करने और सुशासन के लिए युवाओं की ऊर्जा, रचनात्मकता और कौशल का लाभ उठाने के लिए अशोका यूनिवर्सिटी और हरियाणा सरकार के बीच एक रणनीतिक सहयोग है, जो 2016 में शुरू किया गया था। हर वर्ष 25 चयनित उम्मीदवारों को हरियाणा के 22 जिलों में नियुक्त किया जाता है।