भिवानी, 1 मई (हप्र)
जब इंसान सतगुरु को अपना सब बल हार जाता है तो वो हाजिर नाजिर हर पल उस जीव की संभाल करते हैं। जब भक्त पर कोई विपत्ति आती है तो परमात्मा किसी देहधारी के रूप में प्रकट होकर उसकी मदद करता है। यह सत्संग वचन परमसंत सतगुरु कंवर साहेब जी महाराज ने दिनोद गांव में स्थित राधास्वामी आश्रम में फरमाये।
हुजूर कंवर ने कहा कि यदि हमारी वृति ठीक है,चरित्र ठीक है और अच्छे बुरे की समझ है और यदि हम सतयुग की बातों को अपने चरित्र में शामिल कर लें तो सतयुग आज भी है। गुरु महाराज जी ने कहा कि आज का युग विज्ञान का युग है। तर्क की कसौटी पर हम अपने मूल्यों को भी तोलने लगे हैं। शब्द गुरु मिलना बहुत ही दुष्कर है। उन्होंने कहा कि जो सत्संग की बुराई करता है वो दुष्ट इंसान है। उन्होंने कहा कि नशे के आदी इंसान तो पशु तुल्य हैं। वो न सिर्फ अपना बल्कि समाज का भी अहित करते हैं।