ईश्वर ने धन्नो का किया जीवन यज्ञ, हजारों को खिलाया भोज
उन्होंने बताया कि इस समारोह में सिंघवा खास और आसपास के गांवों के अलावा रिश्तेदारों, प्रदेश के अन्य जिलों, पंजाब, उत्तर प्रदेश तथा आंध्र प्रदेश के पशुपालकों को भी आमंत्रित किया गया था। करीब 550 पशुपालकों को धन्नो की ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। समारोह में करीब 20 हजार लोगों ने सामूहिक भोज भी किया। भोजन में मूंग का हलवा, जलेबी, लड्डू, शाही पनीर, दाल मखनी, आलू छोले, रायता, चावल, बटर नान, पूरी और तंदूरी रोटियां बनाई गईं।
ईश्वर ने बताया कि उन्होंने करीब 18 साल पहले यह भैंस कैथल जिले के रमाना रमानी गांव से दो लाख रुपये में ली थी। इसके बाद धन्नों को वह जिस भी प्रतियोगिता में लेकर गये, वहां वह विजेता रही। एक दिन में अधिकतम 25 किलोग्राम दूध देकर धन्नो नेशनल चैंपियन रह चुकी है और लगातार आठ बार ब्यूटी में भी नेशनल चैंपियन रह चुकी है। एक बार तो धन्नो को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सम्मानित किया। रविवार के कार्यक्रम में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भी सिंघवा खास गांव पहुंचकर ईश्वर को बधाई दी।
नेशनल चैंपियन बनने पर मिले थे 40 लाख
जब धन्नो नेशनल चैंपियन बनी तो 40 लाख रुपये का इनाम मिला था। वह आठ बार ब्यूटी चैंपियन बनी, तो हर बार ढाई से सात लाख रुपये के पुरस्कार मिले। उसकी एक कटड़ी 12.5 लाख रुपये में बिकी, जबकि अन्य कटड़े-कटड़ियां भी लाखों रुपये में बिके। एक कटड़ा ईश्वर ने दोस्त को उपहार में दिया था, जिसका वह सीमन बेच रहा है।