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बांगर उत्सव में प्राचीन संस्कृति की झलक

उचाना, 4 दिसंबर (निस) बांगर क्षेत्र को एक सूत्र में पिरोने के साथ-साथ पूरे प्रदेश में सौहार्द, संस्कृति और सभ्यता का संदेश देने के लिए इस साल भी बांगर उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बांगर क्षेत्र से जुड़े...

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उचाना में बृहस्पतिवार को बांगर उत्सव में पुरानी धरोहर की प्रदर्शनी का अवलोकन करते पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह और अन्य।  -निस
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उचाना, 4 दिसंबर (निस)

बांगर क्षेत्र को एक सूत्र में पिरोने के साथ-साथ पूरे प्रदेश में सौहार्द, संस्कृति और सभ्यता का संदेश देने के लिए इस साल भी बांगर उत्सव का आयोजन किया गया।

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कार्यक्रम में बांगर क्षेत्र से जुड़े प्रतिभावान खिलाड़ियोंं, समाजसेवियों और प्रमुख लोगों को सम्मानित किया गया। बांगर उत्सव संगठन की जिम्मेदारी स्वामी राघवानंद को सौंपी गई है। बांगर उत्सव में इस बार जींद जिले के इतिहास के बारे में बताया गया। भविष्य में होने वाले बांगर उत्सव के लिए आयोजक पूरे बांगर एरिया के इतिहास, राजनीति, गैर राजनीति की जानकारी जुटा रहे है।

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बांगर उत्सव संगठन के प्रधान स्वामी राघवानंद, महासचिव जुगमिंद्र, शिक्षाविद् सीनियर लेक्चरार डॉ. राजेश श्योकंद ने बताया कि बांगर उत्सव की शुरूआत पिछले साल की थी। गैर राजनीति इस कार्यक्रम को लेकर लोगों में उत्साह दिखाई दिया। जो-जो प्राचीन धरोहर यहां पर लोगों ने देखी तो उन्हें पुराने जमाने की याद आ गई।

उन्होंने बताया कि नव वर्ष पर बांगर उत्सव को बांगर के लोग पर्व की तरह मनाएंगे। इससे युवाओं को अपने बांगर के इतिहास के बारे में जानकारी मिलेंगी।

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