गीता में 100 पीएचडी से भी ज्यादा शोध का विषय समाहित : कुमार विश्वास
विनोद जिन्दल/हप्र
कुरुक्षेत्र, 10 दिसंबर
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास ने पवित्र ग्रंथ गीता को सबसे महान, पवित्र और सभी धर्मों का ग्रंथ बताते हुए कहा कि 100 पीएचडी से भी ज्यादा शोध का विषय पवित्र ग्रंथ गीता में समाहित है।
इस ग्रंथ में ही पूरे संसार की समस्याओं का समाधान है और हर मानव के लिए उपयुक्त ग्रंथ है। इसके साथ ही प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास ने अपने चिर-परिचित अंदाज में दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।
पांडाल में हर व्यक्ति कुमार विश्वास की कविताओं और विचारों को सुनने के लिए पहुंचा। गीता महोत्सव में सोमवार देर सायं कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड और हरियाणा कला परिषद की तरफ से आयोजित सांस्कृतिक संध्या में प्रसिद्ध कलाकार मनीषा की महाभारत पर आधारित रेत की कलाकृति और कवि सम्मेलन में डाॅ. कुमार विश्वास और उनके साथ आए कवियों ने अपनी प्रस्तुतियां दी।
सांस्कृतिक संध्या का स्वामी ज्ञानानंद, बाबा भूपेंद्र सिंह, अयोध्या श्रीराम मन्दिर के चंपत राय, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, उपायुक्त नेहा सिंह, केडीबी सीईओ पंकज सेतिया, मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, प्राधिकरण के सदस्य सौरभ चैधरी, केडीबी के सदस्य ऋषिपाल मथाना, एमके मोदगिल, कैप्टन परमजीत सिंह, युद्घिष्ठर बहल, अशोक रोशा, विजय नरुला सहित अन्य संत जनों ने विधिवत रूप से शुभारंभ किया। इस दौरान केडीबी की तरफ से कवि डा. कुमार विश्वास, रमेश मुस्कान, कविता तिवारी, सुदीप भोला, दिनेश बावरा सहित अन्य कलाकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। डाॅ. कुमार विश्वास के साथ कवि रमेश मुस्कान, कविता तिवारी, सुदीप भोला और दिनेश बावरा ने भी वर्तमान दौर और समय पर व्यंग्य कसते हुए देश के इतिहास, शिक्षा और संस्कारों और वीर जवानों की गाथाओं को सबके समक्ष रखा।