चंडीगढ़, 3 मार्च (ट्रिन्यू)
हरियाणा में बेसहारा गौवंश की वजह से सड़क हादसे बढ़ रहे हैं। पिछले दो वर्षों में पशुओं की वजह से हुई सड़क दुर्घटनाओं में 241 लोगों की जान गई है। सबसे अधिक फतेहाबाद में 40, अम्बाला में 36 और कैथल में 23 लोगों की जान गई है। वहीं लावारिस कुत्तों के काटने की घटनाएं भी बढ़ी हैं। पंचकूला में एक दिन में कुत्तों के काटने के 60 तक केस आ रहे हैं।
पूर्व शिक्षा मंत्री व झज्जर विधायक गीता भुक्कल ने बेसहारा पशुओं के की उचित देखभाल के लिए प्रदेश स्तर की नीति बनाने के लिए सदन में प्रस्ताव रखा। अहम बात यह रही कि इस प्रस्ताव का कांग्रेस ही नहीं, भाजपा व जेजेपी विधायकों ने भी समर्थन किया। खुद विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता गौवंश को लेकर चिंतित दिखे। उन्होंने सरकार को सुझाव दिया कि गौवंश की टैगिंग और ट्रेकिंग करवाई जाए। गौशालाओं को दिए जा रहे अनुदान का मुद्दा भी इस दौरान सदन में गरमाया रहा।
स्पीकर ने दिया सुझाव
गीता भुक्कल के अलावा अन्य विधायकों द्वारा उठाए गए सवालों को सही बताते हुए स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने मंत्री दलाल को कहा कि इस दिशा में कदम उठाने चाहिएं। पशुओं की मैपिंग हो। उन्हे टैग लगाए जाएं ताकि उनकी ट्रेकिंग हो सके। सभी पशुओं का रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। ऐसे में अगर कोई पशु मालिक अपने पशु को बाहर छोड़ेगा तो उसका पता लग सकेगा।
समाज भी आगे आए : विज
चर्चा के दौरान गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने राज्य के लोगों से आह्वान किया कि वे बेसहारा पशुओं के रखरखाव के लिए आगे आएं। सरकार तो व्यवस्था कर ही रही है, लेकिन चारा इत्यादि देने के लिए लोगों को आगे आना चाहिए।