हिसार, 15 अक्तूबर (निस)
प्रदेश सरकार द्वारा नीट, एनडीए के लिए गरीब होनहार बच्चों को तैयार करने के लिए सुपर-100 के नाम से चलाई जा रही योजनाओं के बाद अब राष्ट्रीय प्रतीभा खोज परीक्षा (एनटीएसई) के लिए राजकीय स्कूलों के बच्चों को तैयार करने की योजना पर काम शुरू किया है, जिसके लिए बुनियाद नाम से प्रत्येक जिला स्तर पर केन्द्र खोले जाएंगे।
शिक्षा विभाग द्वारा तैयार की गई योजना के अनुसार बुनियाद केन्द्रों में कोचिंग के लिए विद्यार्थियों को दो स्तर की परीक्षाओं से गुजरना होगा। इसमें राजकीय स्कूलों की 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थी भाग ले सकेंगे। प्रथम स्तर की परीक्षा खंड स्तरीय होगी और इसके लिए 400 बच्चों को चुना जाएगा, जबकि दूसरे स्तर की परीक्षा जिला स्तरीय होगी। इस परीक्षा के माध्यम से टॉपर 120 बच्चों का चुनाव किया जाएगा, जिनको 9वीं व 10वीं के तहत दो साल तक कोचिंग दी जाएगी।
योजना के अनुसार रेवाड़ी स्थित विकल्प फाउंडेशन को कोचिंग देने के लिए चुना गया है। जिला स्तर पर चुने गए 120 विद्यार्थियों के तीन बैच बनाए जाएंगे और प्रत्येक बैच को 2 दिन कोचिंग के लिए दिए जाएंगे।
गरीब होनहारों को मिलेगा फायदा
जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) हिसार कुलदीप सिंह सिहाग ने बताया कि बुनियाद केन्द्रों से ग्रामीण क्षेत्र के गरीब होनहारों को फायदा होगा। प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा शुरू किए गए सुपर-100 कार्यक्रम के सार्थक परिणाम सबके सामने हैं।
जहाजपुल को बनाया ऑनलाइन कोचिंग सेंटर
डीएमएस जगदीश जाखड़ ने बताया कि हाल ही में पंचकूूला हुई आला अधिकारियों की बैठक में बुनियाद केन्द्रों की स्थापना करने पर विचार-विमर्श किया गया, जिसके लिए राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जहाजपुल को ऑनलाइन कोचिंग सेंटर बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अगर योजना सही ढंग से बढती रही तो इसके लिए खण्ड स्तरीय परीक्षा का आयोजन अक्तूबर के अंत तक संपन्न होने की प्रबल संभावना है।