दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 27 मार्च
पंजाब में आम आदमी पार्टी को मिले प्रचंड बहुमत के बाद हरियाणा की सत्तारूढ़ भाजपा को भी अपनी रणनीति बदलनी पड़ रही है। लगातार दूसरी बार सत्तासीन भाजपा के सामने अब चुनौतियां कम नहीं हैं। पंजाब के नतीजों के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने हरियाणा में भी सक्रियता बढ़ा दी है। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष की दो अप्रैल यानी पहले नवरात्रे के दिन चंडीगढ़ में होने वाली मैराथन बैठकों को नतीजों से जोड़कर देखा जाना स्वाभाविक है।
संतोष पार्टी के टॉप-टू-बॉटम नेताओं और वर्करों के साथ सीधा संवाद कर उनकी नब्ज टटोलेंगे। बहुत संभव है कि पूर्व की बैठकों की तरह इस बैठक में भी पदाधिकारियों द्वारा जिलों में अधिकारियों द्वारा उनकी सुनवाई नहीं करने का दुखड़ा रोया जाए। माना जा रहा है कि इस बार की बैठक में भ्रष्टाचार का मुद्दा भी जोर-शोर से उठ सकता है। सीएम मनोहर लाल खट्टर भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए मंडल स्तर पर विजिलेंस कमेटियों के गठन का फैसला पहले ही कर चुके हैं।
विधानसभा के हालिया बजट सत्र के दौरान भी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सीएम काफी सख्त दिखे थे। दरअसल, इन दिनों कई शहरी स्थानीय निकायों नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिकाओं में भ्रष्टाचार का मुद्दा सुर्खियों में है। फरीदाबाद नगर निगम में तो कई बड़े घोटाले सामने आ चुके हैं। सबसे बड़ा मामला तो बिना काम के ही ठेकेदारों को 180 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान करने से जुड़ा है। गुरुग्राम नगर निगम में भी भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आ चुके हैं। यहां निगम द्वारा कंस्ट्रक्शन वेस्ट का ठेका किसी कंपनी को दिया हुआ है। बताते हैं कि इस कंपनी को 80 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान हो चुका है। स्थानीय पार्षद निगम अधिकारियों के खिलाफ आंदोलनरत भी हैं। सीएम के पास भी जांच के लिए शिकायत पहुंच चुकी है। पानीपत नगर निगम में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए वार्ड 20 पार्षद लोकेश नांगरू और 21 के संजीव दहिया इस्तीफा दे चुके हैं।
करनाल नगर निगम के एसई दीपक किंगर को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार भी किया जा चुका है। उन पर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार करने के आरोप लगते हैं।
तय हुआ बैठकों का शेड्यूल
संगठन महामंत्री बीएल संतोष की बैठकों का शेड्यूल तय हो चुका है। बैठकों के लिए कोर्डिनटर भी नियुक्त हो चुके हैं। निकाय मंत्री डॉ़ कमल गुप्ता, प्रदेश महामंत्री मोहन लाल कौशिक व डॉ़ पवन सैनी, कुरुक्षेत्र सांसद नायब सिंह सैनी तथा पटौदी विधायक सत्यप्रकाश जरावता को अलग-अलग बैठकों के लिए समन्वयक की जिम्मेदारी दी है। अहम बात यह है कि संतोष द्वारा ली जाने वाली सभी बैठकों में हरियाणा मामलों के प्रभारी विनोद तावड़े, प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व प्रदेश संगठन मंत्री रविंद्र राजू मौजूद रहेंगे।
पहले सरकार की करेंगे समीक्षा
बीएल संतोष सबसे पहले सरकार के कामकाज की समीक्षा करेंगे। उनकी पहली बैठक सुबह साढ़े 9 बजे से सवा 11 बजे तक चलेगी। बैठक में सीएम खट्टर के साथ उनकी कैबिनेट में शामिल भाजपा के सभी मंत्री शामिल रहेंगे। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता व डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा भी इस बैठक का पार्ट होंगे। माना जा रहा है कि सरकार की नीतियों और अभी तक की परफोरमेंस को लेकर भी इस बैठक में मंत्रणा होगी।
विधायकों से जानेंगे जमीनी हकीकत
दूसरी बैठक सुबह साढ़े 11 बजे से दोपहर सवा एक बजे तक चलेगी। अहम बात यह है कि इस बैठक में एजेंडे पर भाजपा विधायक रहेंगे। हालांकि कैबिनेट भी मौजूद रहेगी लेकिन संतोष सभी विधायकों से उनके हलकों को लेकर ग्राउंड रिपोर्ट हासिल करेंगे। हलकों में उनके सामने आ रही समस्याओं के बारे में भी बातचीत हो सकती है। बीएल संतोष सबसे आखिर में पार्टी पदाधिकारियों से सीधी बात करेंगे। शाम को 7 से रात पौने 9 बजे तक शेड्यूल की गई इस बैठक में प्रदेश पदाधिकारियों के अलावा सभी मोर्चों एवं प्रकोष्ठों के संयोजकों को भी बुलाया गया है।