Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

हरियाणा से नैरोबी तक: वैश्विक मंच पर गूंजेगी हरियाणा की खेती

कृषि मंत्री राणा के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने बढ़ाया कृषि सहयोग का दायरा

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा।
Advertisement
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा 9 से 13 अक्तूबर तक केन्या की राजधानी नैरोबी में पांच दिवसीय आधिकारिक दौरे पर हैं। उनके साथ 20 सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल भी गया है। इस दौरे का उद्देश्य भारत और केन्या के बीच कृषि नवाचार, तकनीकी सहयोग और बाजार विस्तार को नई दिशा देना है। दौरे के दौरान हरियाणा प्रतिनिधिमंडल ने अंतरराष्ट्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान और अंतरराष्ट्रीय मक्का एवं गेहूं सुधार केंद्र के वरिष्ठ अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की।बैठक में मक्का और गेहूं की उन्नत किस्मों, जलवायु परिवर्तन से निपटने की रणनीतियों, कृषि मशीनीकरण और तकनीकी साझेदारी के नए रास्तों पर विमर्श हुआ। बैठक के दौरान यह सहमति बनी कि दोनों देशों के कृषि विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों के बीच एक्सचेंज प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे, जिससे अनुसंधान, प्रशिक्षण और तकनीकी नवाचार में परस्पर सहयोग को प्रोत्साहन मिलेगा।

हरियाणा प्रतिनिधिमंडल ने केन्या नेशनल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के मुख्यालय का भी दौरा किया, जहां कृषि उत्पादों के निर्यात-आयात और निवेश सहयोग पर सार्थक चर्चा हुई। कृषि मंत्री ने कहा कि यह दौरा हरियाणा के किसानों के लिए वैश्विक अवसरों का द्वार खोलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य किसानों को विश्वस्तरीय तकनीकों और सफल कृषि मॉडलों से जोड़ना है, ताकि उत्पादन में वृद्धि और लागत में कमी लाई जा सके।

Advertisement

राणा ने कहा कि भारत आज अनाज, फल, सब्जियों और दुग्ध उत्पादन में दुनिया के अग्रणी देशों में है। उन्होंने कहा कि हमारे किसान, वैज्ञानिक और सरकार - तीनों की साझेदारी ने भारत को कृषि नवाचार का केंद्र बना दिया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में तेजी से तकनीकी प्रगति हो रही है। केन्या दौरे से दोनों देशों के बीच कृषि सहयोग के नए अध्याय की शुरुआत होगी और इससे किसानों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।

Advertisement

Advertisement
×