बल्लभगढ़, 9 जनवरी (निस)
ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-93 में कुछ लोगों पर प्लाट के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपये हड़पने का आरोप लगा है। रजिस्ट्री के नाम पर पैसे हड़पने के बाद जमीन के मालिकों ने प्लाट पर कब्जा नहीं दिया। पीड़ित पिछले करीब पांच साल से जमीन पर कब्जे के लिए भटक रहे हैं। अब उन्होंने पुलिस आयुक्त को शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस आयुक्त के निर्देश पर भूपानी थाना पुलिस ने धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
7 लोगों की तरफ से पुलिस आयुक्त को शिकायत दी गई है। इसमें शिकायतकर्ताओं की ओर से कहा गया है कि डीवी भाटिया नामक व्यक्ति अपने आप को दिल्ली के सरकारी एजेंसी में कार्यरत बताता था। भाटिया ने शिकायतकर्ताओं से कहा कि उसने भूपानी थाना इलाके में प्लाटिग की है, जहां जमीन खरीदना काफी मुनाफे का सौदा है।
इस पर एम्स अस्पताल दिल्ली में कार्यरत कई कर्मचारी प्लाट लेने पर राजी हो गए। संयोगिता, राममूर्ति, मंजू रानी, सरस्वती, सीमा ठाकुर, नरेश कुमार, रीना सिंह व सुनील कुमार राठौर ने बताया कि यहां 60, 100 व 150 गज के प्लाट काटे गए। सभी प्लाटों का भुगतान करने के बाद भी उन्हें कब्जा नहीं दिया गया।
प्लाट काटते वक्त नक्शा दिखाकर भी लोगों को अपने जाल में फंसाया गया। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि लखविदर सिंह, संजय दहिया व डीवी भाटिया ने सेक्टर-93 में टाउनशिप ग्रीन सिटी के नाम से कालोनी विकसित करने की बात कही थी।
उन्होंने एक एस्टेट कंपनी भी बनाई, जिसमें खुद को निदेशक बताया। बाद में इन लोगों को पता चला कि जिस जमीन पर उनके प्लाट काटे गए हैं उसका वास्तविक मालिक सेक्टर-17 निवासी भगत सिंह है।
लोगों से विकास शुल्क, सडक़, सीवरेज, मेन गेट कालोनी की चारदीवारी के रूप में पहले ही प्रति वर्गगज की दर से शुल्क भी वसूला गया।
भूपानी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नवीन ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।