यमुनानगर, 23 जनवरी (हप्र)
फाइनेंस कंपनी के दो कर्मचारियों ने दो अन्य लोगों के साथ मिलकर कई लोगों के कार्ड बनाएं और उसके आधार पर कंपनियों व लोगों से प्रोडक्ट ले लिए। प्रोडक्ट संबंधित लोगों को देने की बजाय कहीं और भेज दिए। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज करके एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
इकनोमिक सेल के प्रभारी जनक राज के अनुसार मदन मोहन ने अपनी शिकायत में बताया कि कुछ लोगों ने फाइनेंस कंपनी का कार्ड बनाकर कंपनियों से सामान ले लिया। उन्होंने वह सामान कहीं और बेच दिया। जनक राज ने बताया कि अभी उनके पास 47 शिकायतें आई हैं। इस मामले में तीन और लोग शामिल हैं। जिनमें से 2 बजाज फाइनेंस के कर्मचारी हैं।
इस मामले में कमल वर्मा को गिरफ्तार किया है। उसने बताया कि उसकी दुकान पर बजाज फाइनेंस के कर्मचारी व अन्य लोग आते थे और उनके माध्यम से सामान लेते थे। वह बेकसूर है। पुलिस के पास इस तरह से 47 मामले सामने आ चुके हैं। उनके कार्ड बनवाकर उनके बदले में विभिन्न कंपनियों से सामान ले लिया गया।
पीएम सोलर पंप योजना के नाम पर धोखाधड़ी
पानीपत (निस) : प्रधानमंत्री सोलर पंप योजना के नाम पर गांव समालखा के किसान के साथ 94 हजार रुपये की ठगी हो गई। समालखा थाना पुलिस ने रविवार को धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। समालखा के कुहाड़ पाना निवासी किसान संदीप ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि उसने पीएम सोलर पंप सब्सिडी योजना के तहत 24 दिसंबर को समालखा के एक साइबर कैफे से ऑनलाइन आवदेन किया था। उसके पास अगले दिन 25 दिसंबर को फोन आया कि आपके सोलर पंप का आवदेन मंजूर हो गया है और आईसीआई बैंक खाते में रुपये जमा करवाओ। किसान ने पांच बार में 94 हजार रुपये बताये गये बैंक खाते में जमा करवा दिये। अचानक किसान को शक होने पर पानीपत जाकर सरकारी कार्यालय में पता किया तो उसे ठगी का पता चला।